बेंगलुरु (एएनआई)। तेज गेंदबाज विनय कुमार ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी फाॅर्मेट से संन्यास ले लिया। विनय कुमार ने ट्विटर पर एक आधिकारिक बयान में कहा, 'आज दावनगेरे एक्सप्रेस 25 वर्षों तक चलने और क्रिकेट जीवन के कई स्टेशनों से गुजरने के बाद, आखिरकार" रिटायरमेंट "नामक स्टेशन पर आ गई है। बहुत सारी मिली-जुली भावनाओं के साथ, मैं विनय कुमार इंटरनेशनल और फर्स्ट क्लाॅस क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट की घोषणा करता हूं। यह एक आसान निर्णय नहीं है, हालांकि, हर खिलाड़ी के जीवन में एक समय आता है, जहां एक दिन इसे यह फैसला लेना होता है।'

साथी खिलाड़ियों का किया धन्यवाद
अनुभवी तेज गेंदबाज ने यह भी कहा कि वह अपने करियर में सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और विराट कोहली के साथ खेलने के लिए काफी भाग्यशाली रहे हैं। उन्होंने कहा, "अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, एमएस धोनी, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, विराट कोहली, सुरेश रैना और रोहित शर्मा जैसे महान खिलाड़ियों के बीच खेलने से मेरा क्रिकेट अनुभव काफी बढ़ा। मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए भाग्यशाली रहा हूं और यह सब मुझे इस खूबसूरत खेल के लिए देना है। मेरी यात्रा कई क्षणों से भरी हुई है कि जिसे मैं आजीवन संजोता रहूंगा। मैं अपने सपनों का पीछा करने के लिए दावनगेरे से बैंगलोर आया था। उन्होंने कहा, मुझे राज्य टीम का प्रतिनिधित्व करने का अवसर देने के लिए कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ का बहुत आभारी हूं। यहां से मैं भारत के लिए खेलने गया और खेल के सभी प्रारूपों में राष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया।'

आईपीएल और टीम इंडिया में खेले
विनय कुमार ने खेल के तीनों फाॅर्मेट में भारत के लिए खेला। अपने करियर में, उन्होंने देश के लिए 1 टेस्ट, 31 वनडे और 9 T20I खेले, जिसमें खेल के सभी फाॅर्मेट में 49 विकेट अपने नाम किए। विनय कुमार की वनडे की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ आई जब उन्होंने चार विकेट चटकाए थे। विनय कुमार इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स, कोच्चि टस्कर्स केरेला के लिए खेले। उन्होंने 2013-14 और 2014-15 सत्रों में कर्नाटक को लगातार दो बार रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाया। नवंबर 2018 में, उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपना 100 वां मैच खेला था। 2019 में, वह रणजी ट्रॉफी सीजन से पहले कर्नाटक से पुदुचेरी चले गए थे।

यूसूफ पठान ने भी लिया संन्यास
भारत के हरफनमौला खिलाड़ी यूसुफ पठान ने भी खेल के सभी रूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है। उन्होंने भारत के लिए 57 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय और 22 टी 20 आई मैच खेेले और उन्हें नीली जर्सी में एक प्रभाव खिलाड़ी के रूप में जाना जाता था। दुर्भाग्य से, यूसुफ 2012 के बाद चयनकर्ताओं की नजरों से बाहर हो गए और तब से, कभी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला। हालांकि, इस बल्लेबाज ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।

आईपीएल में जड़ा है तूफानी शतक
मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल 2010 सीजन में यूसुफ पठान का 37 गेंदों में शतक अभी भी टूर्नामेंट के इतिहास में दूसरा और भारतीयों के बीच सबसे तेज है। वह आखिरी बार सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 2019 में भारतीय टी 20 के अतिरिक्त मैच में खेले थे, लेकिन एक बार जब वह फ्रैंचाइजी द्वारा रिलीज किए गए, तो ऑलराउंडर को 2020 के सीजन से पहले नीलामी में कोई लेने वाला नहीं मिला।

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