- मतदाता सूची में पुरुषों की अपेक्षा कम है महिलाओं की संख्या

- निर्वाचन आयोग जाहिर चुका है नाराजगी

ALLAHABAD: आपको जानकर ताज्जुब होगा कि मतदाता सूची का जेंडर रेशियो, जिले के जेंडर रेशियो से भी ज्यादा खराब है। इसको लेकर भारत निर्वाचन आयोग भी नाराजगी जाहिर कर चुका है। बावजूद इसके सुधार की नौबत नहीं आ रही है। हाल ही में चलाए गए मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण अभियान में भी यही हालात रहे हैं। आयोग ने महिलाओं को अधिक से अधिक सूची से जोड़ने के निर्देश जारी किए हैं।

यहां पीछे रह गई आधी आबादी

वैसे तो इलाहाबाद जिले का जेंडर रेशियो 90ख् है, जिसको लेकर चारों ओर हड़कंप मचा हुआ है। इससे इतर अगर मतदाता सूची की बात करें तो इसका जेंडर रेशियो महज 80म् रह गया है। यानी एक हजार पुरुष मतदाताओं पर 80म् महिला वोटर शामिल हैं। इतने बड़े अंतर को पाटने में जिला प्रशासन अभी तक असफल साबित हुआ है। बता दें कि ख्0 नवंबर तक विशेष अभियान चलाया गया था। जिसमें नए मतदाताओं को जोड़ा गया है। इसकी समीक्षा के दौरान जेंडर रेशियो को लेकर भारत निर्वाचन आयेाग के उपायुक्त सुधीर कुमार त्रिपाठी भी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।

ख्ब् हजार ने ही भरे फॉर्म छह

अभियान के दौरान सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए कुल फ्क्707 पुरुषों ने फॉर्म भरकर आवेदन किया है। इसके मुकाबले ख्ब्भ्77 महिलाओं ने फॉर्म छह भरा। यहां भी महिलाएं पिछड़ गई हैं। जबकि, शुरू से ही चुनाव आयोग ने महिलाओं को अधिक से अधिक सूची में शामिल कराने के निर्देश जारी किए थे। इसके अलावा जिले में क्8 से क्9 वर्ष के युवा मतदाताओं ने भी उम्मीद से कम आवेदन किया है। जिले की जनसंख्या के अनुसार इस एजग्रुप के युवाओं की संख्या कहीं ज्यादा है।