क्या है मामला
इन लोगों पर आरोप है कि पंजाब प्रांत के एक गांव में इन लोगों ने कथित तौर पर कब्रों का अनादर किया और वहां तनाव भी फैलाया. इस कानून के तहत 45 अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. गौरतलब है कि यह जगह लाहौर से 150 किलोमीटर दूर फैसलाबाद में स्थित है.

आरोप को बताया झूठा
एक अधिकारी समूह ने ईसाईयों की गिरफ्तारी संबंधी मामले की निंदा की है. उन्होंने कहा कि ईसाईयों और अल्पसंख्यकों पर लगाया गया आरोप झूठा है. दरअसल इसके पीछे मुद़दा यह है कि मौलवी और मुस्लिम लोग यहां ईसाईयों को जमीन नहीं देना चाहते. इस वजह से उनपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है. उन्हें बेमकसद में परेशान किया जा रहा है.  

पंजाब के सीएम से मांगी मदद
ह्यूमन लिबरेशन कमीशन ऑफ पाकिस्तान के चेयरमैन असलम ने कहा कि स्थानीय प्रशासन की ओर से ईसाईयों को आवंटित की गई जमीन पर एक भी कब्रगाह नहीं है. मामले को लेकर उन्होंने पंजाब के सीएम शहबाज शरीफ से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है.

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