छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र (05 न्श्चह्मद्बद्य, छ्वहृहृ) : जमशेदपुर और आसपास के इलाकों से गुरुवार को 50 आजमीन का एक काफिला उमरा के लिए सऊदी अरब रवाना हुआ। इस काफिले की हाजिरी की कुबूलियत के लिए जुगसलाई के गौरी शंकर रोड पर एचके टावर में एक महफिल हुई जिसमें सामूहिक दुआ भी की गई। हाजी हिदायतुल्लाह ने नात पाक का नजराना पेश किया- हमको मदीना बुला लो ओ आका जी।

ये काफिला हवाई जहाज के जरिए जेद्दा पहुंचेगा। वहां से मक्का मोअज्जमा जाकर उमरा करेगा। इसके बाद इन आजमीन का मदीना मुनव्वरा जाकर जियारत करने का कार्यक्रम है। उमरा के लिए आजमीन छह अप्रैल को रवाना होंगे। मसजिद-ए-गरीब नवाज के इमाम जुमा कारी कलीम कैसर और मदरसा महबूबे सुबहानी के संस्थापक व मोहतमिम मौलाना कारी अबरार कैसर फैजी ने भी नात पाक पढ़ी। उलेमा ने तकरीर में उमरे की फजीलत व सवाब के बारे में बताया। हाजी मो। फारूख मदनी, मो। नसीम, मो। सुबैद, मो। मुस्तफा, हाजी हसीबुल्लाह, शकील अख्तर, मो। असदुल्लाह खान आदि ने भी नात पाक का नजराना पेश किया।

उमरा पर जाने की इन्हें मिली सआदत

उमरा में जाने वालों में रहमत अली, हलीमा बीबी, हाजी अजाज अहमद, अली खान, जरीना खातून, मो। जफर अली, रुखसाना खातून, जफर अंसारी, मो आफताब अहमद, रुखसाना कैसर, आयशा खातून, फिरदौैस आफरीन, आसिया खातून, शमीमा खातून, हसीना बेगम, शेख मो। कमरूद्दीन, ताहिरा बेगम, मो। मुस्तफा, कुर्बान अली, सरफाज अहमद, डा। तनवीर आलम कोलकत्ता, मौलाना मो। हसनैन, उड़ीसा, डा। खलील अहसन बिहार, आदि हैं।