RANCHI: राज्य सरकार सिर्फ अपने विभागों के खाली पदों को भर ले, तो लाखों युवाओं को रोजगार मिल जाएगा। आलम यह है कि झारखंड सरकार के भ्म् परसेंट पद अभी भी खाली पड़े हुए हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो म्,म्ब्,भ्म्भ् पद अभी भी खाली पड़े हैं। झारखंड सरकार में कुल क्क्,8ब्,0क्ख् पद सृजित हैं, इनमें से सिर्फ भ्,क्9,ब्ब्7 पदों पर ही लोग कार्यरत हैं। नतीजन, रांची समेत राज्य भर के युवा रोजगार की तलाश में पलायन करने को मजबूर हैं। वहीं, अब तक जितनी भी सरकारें बनीं, सभी ने रोजगार देने का वादा किया, लेकिन युवाओं के सपने को किसी ने पूरा नहीं किया।

न फैक्ट्री लगी, न रोजगार मिला

रांची के आसपास इतने सालों में न कोई फैक्ट्री लगी है ना युवाओं को रोजगार मिल पाया है। नौकरी की तालाश में युवा दूसरे शहरों की तरफ जा रहे हैं। रांची से बहुत सारे युवा आईटी के क्षेत्र में पढ़ाई किए हैं, लेकिन यहां उनके लिए कोई इंडस्ट्री नहीं है। इस कारण वो बेंगलुरू, हैदराबाद की ओर बढ़ रहे हैं।

तो कम होगी बेरोजगारी

आंकड़ों के अनुसार कई विभागों में सहाय्य अनुदान मद के कुल 8,क्7,म्7फ् पद सृजित हैं। यह नियमित सरकारी कुल पदों का करीब ख्.भ् गुना है। इनमें ख्,7क्,8फ्क् पदों पर ही लोग कार्यरत हैं। शेष भ्,ब्भ्,87ब् पद अभी भी खाली हैं। नियत पारिश्रमिक व अनुबंध सामान्य के कुल क्भ्,70ख् पद सृजित हैं, इनमें क्क्.8फ्भ् पर लोग कार्यरत हैं और फ्,8म्7 पद रिक्त हैं। इसी तरह नियत पारिश्रमिक व अनुबंध के आधार पर प्रोफेशनल के लिए कुल क्क्,99म् पद सृजित हैं, इनमें म्,भ्7फ् प्रोफेशनल्स ही कार्यरत हैं और उनके भ्.ब्ख्फ् पद खाली पड़े हुए हैं।

वर्ष ख्0क्7 में विभागों में रिक्तियों का ब्योरा

विभाग स्वीकृत कार्यरत खाली पद

राज्यपाल सचिवालय क्ब्0 क्फ्भ् 0ब्

वन पर्यावरण 7भ्ख्ब् ख्908 क्म्क्म्

कृषि पशुपालन क्ब्778 भ्क्78 9म्00

भू.राजस्वए निबंधन क्क्क्99 म्फ्म्ब् ब्8फ्भ्

भवन निर्माण क्7म्भ् 78म् 979

उच्च व तकनीक शिक्षा क्9ब्ख् म्भ्भ् क्ख्87

स्कूली शिक्षा व साक्षरता 880क्0 7ख्क्ब्क् क्भ्8म्9

स्वास्थ्य, चिकित्सा परिवार कल्याण ब्0क्भ्9 क्7म्79 ख्ख्ब्80

मंत्रिमंडल सचिवालय क्क्7भ् भ्भ्ख् फ्फ्ब्

मंत्रिमंडल निर्वाचन क्ख्म् क्क्0 क्म्

विधि विभाग 8ब्7भ् भ्7म्8 ख्977

योजना सह वित्त क्0ब्7 फ्फ्भ्

पेयजल ब्भ्ब्9 ख्8क्7 क्7फ्ख्

नगर विकास व आवास क्क्क् म्7 ब्ब्

खान व उद्योग ख्9ख्8 क्0ब्7 क्88क्

श्रम नियोजन ब्ब्0म्0 क्फ्97 ख्म्म्ख्

खाद्य आपूर्ति क्फ्7ख् भ्80 79ख्

वाणिज्यकर 9ख्भ् म्ब्ब् ख्8क्

जल संसाधन क्ख्800 7म्फ्0 भ्क्70

परिवहन फ्7ब् क्क्फ् क्म्क्

गृह,कारा,आपदा क्0क्भ्9ख् 8क्70म् क्988म्

उत्पाद क्क्ख्भ् फ्भ्0 77भ्

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रोजगार देने में बिहार से भी पिछड़े

नेशनल सैंपल सर्वे (एनएसएस) की रिपोर्ट ख्009-क्0 के अनुसार, झारखंड में कुल ख्7.म् परसेंट लोग बेरोजगार हैं। इनकी उम्र क्भ् से भ्9 वर्ष के बीच है। बेरोजगारी के मामले में झारखंड से आगे सिर्फ गोवा है। वहां ख्8.ख् फ सदी लोग बेरोजगार हैं। वहीं, पड़ोसी राज्य बिहार की स्थिति झारखंड से काफ बेहतर है। बिहार में सिर्फ क्7 फ सदी लोगों के पास ही रोजगार नहीं है।

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ब्ब् परसेंट को प्राइमरी एजुकेशन भी नहीं

झारखंड में शिक्षा और रोजगार के अवसर कम होना बेरोजगारी का प्रमुख कारण हैं। एनएसएस की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में ब्फ्.9 फीसदी लोगों ने प्राथमिक कक्षा तक की पढ़ाई भी नहीं की है। रिपोर्ट के अनुसार, अगले दस वर्षो में स्थिति और गंभीर हो सकती है। झारखंड में क्ब् या उससे कम उम्र की आबादी फ्ब्.9 परसेंट है। अगर पढ़ाई-लिखाई और रोजगार की स्थिति नहीं सुधरी, तो राज्य सरकारों को गंभीर समस्या से जूझना होगा। अगले क्0 वर्षो में यह आबादी राज्य में रोजगार मागेंगी।