नई दिल्ली (पीटीआई)। दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के करीबी रिश्तेदार और उनके दो सहयोगियों को चुनावी टिकट देने के बदले रुपये मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। बुधवार को एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गोपाल खारी 2014 से एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए है। गाेपाल खारी के एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) से संपर्क करने के बाद सोमवार को यह घटना सामने आई। एसीबी ने कहा कि गोपाल खारी ने कमला नगर में वार्ड नंबर 69 के लिए अपनी पत्नी के लिए पार्षद टिकट के लिए पिछले बुधवार को मॉडल टाउन के विधायक अखिलेश त्रिपाठी से मुलाकात की थी। इस दाैरान अखिलेश पति त्रिपाठी ने इसके लिए 90 लाख रुपये की मांग की थी, जिसके बाद गोपाल खारी ने उन्हें 35 लाख रुपये का भुगतान किया था।

टिकट मिलने के बाद बाकी की रकम देने का हुआ था वादा
शिकायत के मुताबिक अखिलेश पति त्रिपाठी के कहने पर उसने आप विधायक राजेश गुप्ता को 20 लाख रुपये भी दिए। गोपाल खारी ने अखिलेश पति त्रिपाठी से कहा था कि टिकट मिलने के बाद बाकी की रकम वह देंगे लेकिन रविवार को शिकायतकर्ता को आप द्वारा जारी चुनाव लड़ने वाले पार्षदों की सूची में अपनी पत्नी का नाम नहीं मिला क्योंकि उनके वार्ड से टिकट किसी और को दे दिया गया था। इसके बाद अखिलेश पति त्रिपाठी के करीबी ओम सिंह ने गोपाल खारी से संपर्क किया और उन्हें आश्वासन दिया कि अगले चुनाव में उन्हें टिकट दिया जाएगा।

खारी ने कथित लेन-देन की ऑडियो और वीडियो भी पेश की
ओम सिंह ने दी गई रिश्वत की राशि को वापस करने की भी पेशकश की। सोमवार और मंगलवार वाली रात को एसीबी ने गोपाल खारी के आवास पर जाल बिछाया, जहां ओम सिंह और उनके सहयोगी शिव शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी को तब पकड़ा गया जब वे उनकी ओर से प्राप्त 33 लाख रुपये वापस करने आए थे। तीनों को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत गिरफ्तार किया गया था। शिव शंकर पांडे त्रिपाठी के निजी सहायक हैं। शिकायतकर्ता ने रिश्वत की राशि के भुगतान और वापसी के दौरान अपने कथित लेन-देन की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग प्रस्तुत की है।पूरे मामले का पता लगाने और साक्ष्य एकत्र करने के लिए जांच की जा रही है।

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