सदस्यों के लिए बनी इस http://members.epfoservices.in/ साइट पर लॉगइन करते ही कर्मचारी अपने प्राविडेंट फंड से जुड़ी हर बात जांच सकेंगे. जैसे उनके एंप्लॉयर ने अपना कांट्रीब्यूशन प्राविडेंट फंड में दिया है कि नहीं, या फिर उनके फंड का करेंट स्टेटस क्या है. इस साइट को मैनेज करने का दायित्व सेंट्रल प्राविडेंट कमिश्नर के पास है.

पोर्टल पर काम करने के जरूरी स्टेप्स

रजिस्ट्रेशन के लिए आपका पैन, आधार या पासपोर्ट नंबर इस पोर्टल पर आपका लॉग इन आई डी होगा जबकि आपका मोबाइल नंबर पिन होगा.

सेकेंड स्टेप है अकाउंट की जानकारी लेना उसके लिए मेंबर को अपना राज्य सलेक्ट करना होगा. फिर उसे अपने एंप्लायर का नाम , कोड नंबर और अकाउंट नंबर बताना होगा. जो आपको अपने करेंट पी एफ डॉक्युमेंट से मिल जायेंगे.

अगले स्टेप में पासबुक डाउनलोड करके लिए आपके मोबाइल पर एक पिन नंबर भेजा जाएगा जिसकी हेल्प से कोई इंप्लाई पासबुक डाउनलोड कर सकेगा और बकाउंट देख सकेगा. आप चाहें तो पासबुक ऐक्सेस करने के लिए मल्टिपल डॉक्युमेंट नंबर्स और मोबाइल नंबर के कॉम्बिनेशन भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

करंट ट्रांजैक्शंस के लिए इस पोर्टल पर इलेक्ट्रॉनिक चालान-कम-रिटर्न को अपलोड करना अब जरूरी कर दिया गया है. जहां तक हिस्टॉरिकल इन्फर्मेशन की बात है वो एंप्लायर की तरफ से रिकॉर्डस उपलब्ध कराने और कंप्यूटराइजेशन पर डिपेंड करती हैं.

इस ई पासबुक में अभी कुछ समस्याएं भी हैं जैसे अगर प्रविडेंट फंड को एंप्लायर के बिहाफ पर कोई ट्रस्ट रन कर रहा होगा तो वो ई पासबुक पर उपलब्ध नहीं हो पाएगा. इसी तरह डोरमेंट अकाउंटस से रिलेटेड इंफार्मेशन ई पाबुक नहीं दे सकेगी. 2012 से पहले जॉब छोड़ चुके लोगों के लिए ये सुविधा नहीं मिल सकेगी.

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