रिहर्सल और रामलीला मंचन के बाद श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी के कलाकारों ने किया रिलैक्स
ALLAHABAD: उत्तर भारत की सर्वश्रेष्ठ रामलीला का तमगा हासिल करने वाली श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी सहित शहर की अन्य प्रमुख कमेटियों की रामलीला का मंचन समाप्त हो चुका है। एक अक्टूबर को भरत मिलाप के बाद पथरचट्टी के कलाकार अपनी पारिवारिक दुनिया में लौट गए हैं। 21 सितम्बर से लगातार 11 दिनों तक रामलीला मंचन के दौरान 16 घंटे तक मंचन स्थल पर ही मेकअप व रिहर्सल में बिताने वाले कलाकार दो दिन के बाद खुद का बिजनेस संभाल लेंगे।
रामजी करेंगे बेड़ा पार
धर्म और आध्यात्म के जरिए 21 सितम्बर से एक अक्टूबर तक सनी गुप्ता ने राम, भानुप्रिया त्रिपाठी ने सीता, सचिन श्रीवास्तव ने लक्ष्मण, देवेन्द्र मिश्रा ने शत्रुघ्न व नीरज त्रिपाठी ने रावण की भूमिका निभाई थी। भानुप्रिया को छोड़कर बाकि पात्र खुद का बिजनेस करते हैं। इन कलाकारों की मानें तो 21 अगस्त से रामलीला के लिए रिहर्सल शुरू हुआ था उसी समय से सभी पात्रों के जीवन में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। रामलीला के समापन पर यह विश्वास हो गया कि बिजनेस में कितना भी नुकसान हुआ हो आगे चलकर रामजी बेड़ा पार करेंगे।
सिर्फ दिनचर्या और सोने का समय
राम हो या सीता या फिर रावण का किरदार निभाने वाले पात्र। हर कोई खासतौर से 21 सितम्बर से अपने परिजनों को भूल चुका था। उसके पहले तक पथरचट्टी के परिसर में ही शाम चार बजे से रात आठ बजे तक रामलीला के लिए रिहर्सल चलता था। जबकि रामलीला का मंचन, मंचन से पहले कलाकारों का मेकअप व रात आठ बजे से लेकर 10.30 बजे तक मंचन। उसके बाद रात 12 बजे से अगले दिन मंचन का रिहर्सल शुरू हो जाता था जो रात 12 बजे से सुबह पांच बजे तक चलता था। कलाकारों के पास सुबह पांच बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक का ही समय मिल पाता था लेकिन उस दौरान कलाकार अपनी दिनचर्या करने के अलावा सिर्फ और सिर्फ सोते थे।
क्या करते हैं पात्र
नीरज त्रिपाठी : फिल्म प्रोडक्शन
सनी गुप्ता : थिएटर आर्टिस्ट
भानुप्रिया त्रिपाठी : प्रवीण, प्रयाग संगीत समिति
सचिन श्रीवास्तव : अधिवक्ता, जिला कचहरी
देवेन्द्र मिश्रा : क्लर्क, नजूल विभाग नगर निगम
दो दिन तक पत्नी और बच्चे के साथ समय व्यतीत करना है। इसके बाद पांच अक्टूबर से बिजनेस पर लौट जाऊंगा। दूरदर्शन की कई डॉक्यूमेंट्री को भी पूरा करना है।
सनी गुप्ता
अब जाकर फुरसत मिली है। रामलीला से नई ऊर्जा का संचार हुआ है। इस ऊर्जा को अपने वकालत के पेशे में लगाना है और टूर एंड ट्रेवेल्स के बिजनेस को आगे बढ़ाना है।
सचिन श्रीवास्तव
दूरदर्शन के दो प्रोजेक्ट पूरे करने हैं। प्रयाग संगीत समिति में प्रवीण की क्लासेज छूट गई थी। अब लगातार उसकी क्लास करना है और परिवार को समय देना है।
भानुप्रिया त्रिपाठी
अभिनय मेरा पहला प्यार है। अब दो दिनों तक परिजनों के साथ समय बीताना है। उसके बाद फिल्म प्रोडक्शन के सिलसिले में मुम्बई चले जाएंगे।
नीरज त्रिपाठी
रामलीला के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने बहुत सहूलियत दी थी। अब फुरसत मिल गई है तो नजूल विभाग में समय से काम पर आना है।
देवेन्द्र मिश्रा