अधिकारियों का कहना है कि लड़ाकू विमानों ने उत्तरी वज़ीरिस्तान के कबायली इलाक़े में मंगलवार को बम बरसाए. दक्षिण वज़ीरिस्तान से भी लड़ाई की ख़बरें मिली हैं.

तालिबान से जुड़े एक समूह ने पिछले हफ़्ते ये बयान दिया था कि उसने 23 सैनिकों की हत्या कर दी है, इसके बाद पाकिस्तान सरकार और  तालिबान के वार्ताकारों के बीच बातचीत टूट गई थी.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स से सेना के एक अधिकारी ने नाम ज़ाहिर न करने की शर्त पर कहा, ''चरमपंथियों ने उत्तरी और दक्षिण वज़ीरिस्तान के बीच एक इलाक़े पर कब्ज़ा कर लिया था. वहां उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र बना लिए थे. वो वहां आत्मघाती हमलावर भी तैयार कर रहे थे.''

रॉयटर्स के मुताबिक़ ताज़ा  हमले उत्तरी वज़ीरिस्तान की शवाल घाटी और दत्ताखेल इलाक़े में हुए हैं.

"चरमपंथियों ने उत्तरी और दक्षिण वजीरिस्तान के बीच एक इलाक़े पर कब्ज़ा कर लिया था. वहां उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र बना लिए थे. वो वहां आत्मघाती हमलावर भी तैयार कर रहे थे"

-पाकिस्तान की सेना के एक अधिकारी

इस हमले में मारे गए लोगों की संख्या की अभी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है.

सोमवार को ही उत्तरी वज़ीरिस्तान में पाकिस्तान तालिबान के वरिष्ठ कमांडर  असमतुल्लाह शाहीन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. .

कौन ज़िम्मेदार?

पिछले साल अमरीकी ड्रोन हमले में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रमुख हकीमुल्ला मेहसूद के मारे जाने के बाद शाहीन ने कुछ समय के लिए संगठन की कमान संभाली थी.

अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शाहीन की मौत के लिए कौन ज़िम्मेदार हैं.

मोहमंद कबायली इलाक़े में स्थित चरमपंथियों ने पिछले हफ़्ते दावा किया था कि उन्होंने 2010 में अगवा किए गए 23 सैनिकों की हत्या कर दी है. इसके बाद से सरकारी  वार्ताकारों ने तालिबान के वार्ताकारों के साथ प्रस्तावित बातचीत को  स्थगित कर दिया था.

पिछले हफ़्ते इन हत्याओं और हिंसा की अन्य घटनाओं के बाद पिछले गुरुवार को भी चरमपंथियों के संदिग्ध  ठिकानों पर हवाई हमले किए गए थे, सरकार ने दावा किया था कि इनमें 38 चरमपंथी मारे गए हैं.

सुरक्षा बलों पर हमले बढ़ने के बाद पिछले महीने भी पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने उत्तरी वज़ीरिस्तान में संदिग्ध चरमपंथियों के ठिकानों पर हमले किए थे.

 

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