- कॉलेज के स्थान पर अब यूनिवर्सिटी करेगी फार्म की जांच

LUCKNOW : डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) से सम्बद्ध प्राइवेट इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप का लाभ मिलेगा। स्टूडेंट्स को आवेदन कॉलेज के बजाए यूनिवर्सिटी में करना होगा। इसके बाद यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के स्टेट्स की जांच की फॉर्म विभाग को फारवर्ड करेगी। स्कॉलरशिप के इन बदले नियमों को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन और सम्बद्ध कॉलेजों में घमासान शुरू हो गया है। यूनिवर्सिटी में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद इन बदलाव से कॉलेज प्रशासन नाराज हैं। वे इसके विरोध में न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं। स्कॉलरशिप योजनाओं में गड़बडि़यों को रोकने के लिए एकेटीयू ने ये कदम उठाया है। वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक ने बताया कि मैनेजमेंट और काउंसिलिंग दोनों से एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी एनरोलमेंट नम्बर जारी करेगी। इसी दौरान कॉलेजों से आवेदन लिए जाएंगे। यूनिवर्सिटी प्रशासन जांच करेगा कि एससी-एसटी कैटेगरी के स्टूडेंट्स निर्धारित 40 प्रतिशत सीट की सीमा के अंदर है या नहीं। उसके बाद ही उनके आवेदन स्कॉलरशिप के लिए भेजा जाएगा।

किसी भी गड़बड़ी पर होगी कार्रवाई

समाज कल्याण विभाग की ओर से पिछले कुछ सालों में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों में स्कॉलरशिप के आवेदन में काफी गड़बडि़यां पाई गई थीं। जिसमें कई कॉलेजों ने एससी-एसटी कैटेगरी के स्टूडेंट्स का फर्जी एडमिशन दिखाकर स्कॉलरशिप हड़पने का भी मामला सामने आया था। इसें देखते हुए एकेटीयू प्रशासन ने इस बार से अपने सभी कॉलेजों के स्कॉलरशिप के नियमों में बदलाव कर दिया है। एकेटीयू के प्राइवेट कॉलेज दाखिले के लिए काफी हद तक मैनेजमेंट कोटे पर ही निर्भर है। 80 प्रतिशत एडमिशन इसी के तहत होते हैं। ऐसे में इसमें लगाम लगने से कई प्राइवेट कॉलेजों में ताला लगने की नौबत आ गई।

स्कॉलरशिप के नियमों में बदलाव

1. काउंसिलिंग से एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करेंगे अथवा जिन्होंने मैनेजमेंट कोटे के अंतर्गत संस्थान में एडमिशन यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर विवरण ऑनलाइन देना होगा। इसके बाद यूनिवर्सिटी माध्यम से स्टूडेंट्स आवेदन कर सकेंगे।

2. कोर्स को पूरा कराना होगा और पास करना अनिवार्य होगा।

3. यदि कोई स्टूडेंट्स कोर्स में बदलाव करता है और नए कोर्स के पहले साल उसे स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी।

4. एकेटीयू जांच करेगी स्टूडेंट्स ने सेमेस्टर एग्जाम दिए या नहीं।