-वकील मर्डर केस में पुलिस ने पहचाना कातिलों का चेहरा

-करेली के गौसनगर मोहल्ले में 31 अक्टूबर को हुई थी इदरीस की हत्या

PRAYAGRAJ: वकील मो। इदरीस मर्डर केस के कातिलों तक पुलिस के हाथ करीब पहुंच चुके हैं। अब गिरफ्तारी में सुबूत न होने का पेंच फंसा हुआ है। पुलिस अब कातिलों के खिलाफ सुबूत इकट्ठा करने में जुट गई है। इसके लिए अधिवक्ता के गांव से लेकर शहर तक के स्पॉट खंगाले जा रहे हैं। बुधवार को करेली थाने व क्राइम ब्रांच की टीम उसके गांव सेहुड़ा तक पहुंची। वहां ग्रामीण सहित परिवारीजनों से भी काफी देर तक पूछताछ की गई। पुलिस का मानना है कि बराबर छानबीन व पूछताछ के दौरान कोई न कोई सुबूत हाथ लग ही जाएगा।

31 अक्टूबर की रात हुई थी हत्या

करेली के गौसनगर मोहल्ले में किराए पर रहने वाले जिला कचहरी के अधिवक्ता मो। इदरीस की 31 अक्टूबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई गई थी। वह मूल रूप से यमुनापार में स्थित बारा थाना क्षेत्र के सेहुड़ा गांव के निवासी थे। वारदात के वक्त वकील का साला व पत्नी आयशा घर के अंदर ही थे। दोनों ने बताया था कि कातिलों ने उनके कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया था। दरवाजे में लगे ताले को तोड़ कर कातिल अंदर घुसे थे। क्राइम ब्रांच की टीम व करेली पुलिस ने दो दिन पूर्व किराए वाले कमरे में बंद ताला खुलवाकर भी जांच की। करेली थाने पर परिवारीजनों से भी पूछताछ की गई। यहां तक कि वकील की पत्नी व साले से भी अलग-अलग कमरे में पूछताछ हुई। छानबीन के बाद पुलिस की नजर में कातिलों का चेहरा सामने आ गया है। मगर, पुलिस के हाथ उनके खिलाफ कोई ठोस सुबूत नहीं लग रहे।

मामला करीब-करीब क्लियर हो चुका है। बस कातिलों के खिलाफ सुबूत का अभाव है। सुबूत की तलाश की जा रही है। पूरी उम्मीद है कि जल्द ही हत्यारोपित गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।

-बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी