-परीक्षा में नहीं हुए सफल तो फर्जी अफसर बनकर करने लगे पैरवी के नाम पर ठगी

-घुड़की देकर नवाबगंज के चौकी इंचार्ज को मिलने के लिए बुलाना दोनों को पड़ा महंगा

PRAYAGRAJ: दिल में चाहत थी आईपीएस बनने की, लेकिन तकदीर ने साथ नहीं दिया। असफल हो गए तो आईपीएस का फर्जी तमगा लगाकर रौब गांठने लगे। यह हकीकत है सिद्धार्थ पांडेय व भाष्कर पांडेय की। दोनों दरोगा और इंस्पेक्टर को फोन करते और खुद को आईपीएस अफसर बताते हुए मुकदमों में दबाव बनाते। कुछ दिन पूर्व नवाबगंज थाने के एक चौकी इंचार्ज को को मुकदमे में पैरवी को लेकर घुड़की देने लगे। साथ ही उसे मिलने के लिए भी बुलाया। लेकिन उनकी यही गलती उन्हें भारी पड़ गई। मिलने पहुंचे दरोगा को शक हुआ तो उसने इंस्पेक्टर को खबर दी। फोर्स के साथ पहुंचे इंस्पेक्टर ने दोनों को दबोच लिया।

पुलिस देख भागा एक साथी

पकड़ा गया सिद्धार्थ नवाबगंज के टिकरा पियरी उर्फ बिजलीपुर निवासी गोपाल कृष्ण पांडेय का बेटा है। जबकि भाष्कर इसी गांव के करुणेश पांडेय का पुत्र है। पुलिस को आते देख इनके साथ रहा एक युवक भाग निकला। गिरफ्तार किए गए सिद्धार्थ और भाष्कर पांडेय ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल किया। पुलिस के मुताबिक दोनों ने बताया कि वह आईपीएस की तैयारी किरते थे। कई बार परीक्षा देने के बाद भी सफल नहीं हुए। इसके बाद दोनों फर्जी आईपीएस का कार्ड बनवा लिए। इस कार्ड को दिखाकर वह आम पब्लिक और दरोगा पर रौब झाड़ा करते थे। मुकदमों में दोनों पैरवी के नाम पर लोगों से रुपये की वसूली भी किया करते थे।

इस तरह चढ़े दोनों पुलिस के हत्थे

-दोनों की पोल उस वक्त खुल गई जब वह नवाबगंज एरिया के गोपालगंज चौकी प्रभारी को फोन कर मिलने के लिए बुलाया।

-यह फोन सिद्धार्थ पांडेय ने किया था। वह एक मुकदमे में पैरवी के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था।

-जब चौकी इंचार्ज मिलने पहुंचे तो दोनों हाईवे पर मिले।

-दोनों का हावभाव और बात करने का लहजा देख चौकी इंचार्ज को शक हुआ।

-इस पर उन्होंने जानकारी इंस्पेक्टर नवाबगंज दी। फोर्स के साथ पहुंचे इंस्पेक्टर ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

-तलाशी में इनके पास से दो फर्जी आईपीएस अफसर का कार्ड और पांच सिम कार्ड मिले।

-बरामद सिम उसने अपने चाचा भास्कर पांडेय के नाम से ले रखी थी।

-दोनों ने बताया कि भागने वाले युवक का नाम लव पांडेय हैं।

-वह प्रतापगढ़ जिले के बाघराय का निवासी है। कुछ साल आईएएस की तैयारी किया, लेकिन सफल नहीं हुआ।

-इसके बाद तीनों मिलकर फर्जी अधिकारी बनकर लोगों से मुकदमों में पैरवी के नाम से धन उगाही किया करते थे।

-अब पुलिस लव पांडेय व भास्कर की तलाश में जुट गई है, गिरफ्तारी के लिए घर पर दबिश जारी है

नवाबगंज पुलिस द्वारा पकड़े गए दोनों अभियुक्त फर्जी आईपीएस अफसर बनकर लोगों से फ्रॉड किया करते थे। दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस साथियों की तलाश में जुट गई है।

-अशोक बेंकटके, एएसपी/सीओ सोरांव