- पशुपालन विभाग और नगर निगम की पहल

- चार पशुओं की देखरेख करने की ली जा सकती है जिम्मेदारी

GORAKHPUR: कान्हा उपवन, फर्टिलाइजर गो संरक्षण केंद्र और महराजगंज के मधवलिया गो सदन में लगभग 3705 बेसहारा पशुओं को सहारा दिया जा चुका है। पशुओं की बढ़ती तादाद को देखते हुए अब पशुपालन विभाग और नगर निगम ने नई योजना के तहत बेसहारा पशुओं को सहारा देने वाले को 3600 रुपए देने का निर्णय लिया है। योजना के तहत कोई भी व्यक्ति पशुओं को लेने का आवेदन करता है तो पशुपालन विभाग के आदेश पर उन्हें केवल चार पशुओं को हैंडओवर किया जाएगा जिन पर खर्च होने वाले चारा की रकम नगर निगम देगा। साथ ही अधिकारी प्रॉपर तरीके से मॉनिटरिंग भी करेंगे।

दुधारू पशु छोड़ अन्य पशुओं को रखने पर मिलेगा खर्च

महेवा वार्ड के कान्हा उपवन में रखे गए बेसहारा पशुओं के रखरखाव और उनके खानपान की व्यवस्था बेहतर है। हालांकि कान्हा उपवन में बढ़ रहे पशुओं की संख्या को लेकर नगर निगम काफी हैरान है। इसलिए अब पशुओं को गोला के गाजेगड़हा भेजा जा रहा है। इससे पहले फर्टिलाइजर के गो संरक्षण केंद्र और महराजगंज के मधवलिया गो सदन में अधिकांश पशुओं को भेजा जा चुका है। अब सवाल यह है कि शहर में बढ़ती पशुओं की तादात के लिए कहां पर इंतजाम किए जाए। आखिर पशुपालन विभाग और नगर निगम इसके लिए एक अलग प्रयास करने जा रहे हैं। इसके तहत बेसहारा पशुओं को सहारा देने वाले इच्छुक लोगों को प्रमोट किया जाएगा। चार पशुओं की देखरेख करने के बदले नगर निगम उन्हें हर महीने 3600 रुपए देगा।

पशुपालन विभाग में करें आवेदन

आवेदन करने वाले लोग पशुपालन विभाग के एक फॉर्म भरकर संबंधित विभाग में जमा करें। अनुमति मिलने के बाद उन्हें चार पशुओं की देखरेख के लिए दिया जाएगा। इसके बदलने निगम उन्हें निर्धारित रकम देगा।

फैक्ट फिगर

महराजगंज के मधवलियां गो सदन में पशुओं की संख्या - 2800

कान्हा उपवन में पशुओं की संख्या करीब - 800

गोला के गाजेगड़हा में पशुओं की संख्या - 105

वर्जन

बेसहारा पशुओं को अगर कोई भी व्यक्ति रखना चाहता है तो इसके बदले निगम उन्हें प्रतिमाह 3600 रुपए देने की योजना है। इसके लिए पहले पशुपालन विभाग से अनुमति लेना जरूरी है।

- संजय शुक्ला, सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम