राजघाट पर अन्ना ने भारत माता की जय, महात्मा गांधी की जय के नारे लगए. अन्ना ने वंदे मातरम् और इंकलाब-जिंदाबाद का नारा लगाकर मौन व्रत तोड दिया. राजघाट पर अन्ना ने कहा, गांधीजी की समाधि पर मैंने मौनव्रत तोड दिया है. इस मौनव्रत को रखने से मुझे आंदोलन के लिए शक्ति मिली है. अब मेरा बीपी ठीक हो गया और वजन भी अपनी जगह पर आ गया है.

अन्ना ने कहा, तबीयत खराब होने के कारण मुझे मौन के अलावा कोई रास्ता नहीं दिखा. गांधीजी ने भी यही रास्ता अपनाया था. उन्होंने कहा,12 दिन के अनशन के बाद मेरा वजन साढे सात किलो कम हो गया था और बीपी भी सही नहीं था. सुबह जब अन्ना हजारे राजघाट अपना मौनव्रत तोडने पहुंचे, तो उनके साथ भारी भीड भी जुटी. टीम अन्ना के अरविंद केजरीवाल और सुरेश पठारे भी अन्ना के साथ राजघाट पहुंचे. गौरतलब है कि शुक्रवार को राजधानी में लोकपाल मसले पर संसद की स्थायी समिति की बैठक में अन्ना के भाग लेने की पूरी संभावना है.

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