क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: लोकसभा चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग द्वारा जारी निर्देशों का हथियार लाइसेंस धारक खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. कई हथियार लाइसेंस धारक अपने हथियार जमा करवाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं. इसके चलते चुनाव आयोग ने कड़ा रुख अपनाया था. लेकिन, रांची में सुरक्षा के मद्देनजर 165 लोगों को छोटे हथियार मिले हैं, जिसे जमा करने के बाद लगभग 100 लोगों को हथियार वापस कर दिए गए हैं. आ‌र्म्स मजिस्ट्रेट ने उपायुक्त के लिखित आदेश के बाद वैसे लोगों का हथियार लौटाया है, जिनका किसी थाने में कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है. गौरतलब हो कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से कुछ लाइसेंस धारी ने हथियार रखने की अनुमति मांगी थी.

4000 के पास लाइसेंसी हथियार

जानकारी के अनुसार, जिला में करीब चार हजार लाइसेंसधारी हथियार मालिक(छोटे-बड़े हथियार) हैं. अति संवेदनशील बूथों के हथियार मालिकों और किसी भी अपराधिक गतिविधि में शामिल रहे हथियार लाइसेंस धारक को हथियार जमा करवाना अनिवार्य है. हथियार मालिकों के लिए हथियार जमा करवाने के निर्देश दिए गए हैं. यदि कोई व्यक्ति अपना हथियार जमा नहीं करवाता है तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा-188 के तहत मामला भी दर्ज हो सकता है. हथियार मालिक अपने संबंधित थाना में अपना हथियार जमा करवा सकता है. थाने में हथियार जमा नहीं करवाने वाले हथियार मालिक की रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जो जिला निर्वाचन अधिकारी सह उपायुक्त को भेजी जाएगी.

500 ने ही जमा किया आ‌र्म्स

अब तक करीब पांच सौ हथियार लाइसेंस धारकों ने ही अपने हथियार जमा करवाए हैं. अधिकतर हथियार मालिक इसमें रुचि नहीं दिखा रहे हैं. वहीं, अब तक हथियार जमा करवाने के लिए अंतिम तारीख निर्धारित नहीं की गई है.