-पंजाब से रांची आए हत्या के आरोपित को पुलिस ने दबोचा

-2005 में तुपुदाना के हजाम गांव में हुई थी एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या

रांची। तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम गांव में वर्ष 2005 में हुई एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या मामले में नौवीं गिरफ्तारी हुई है। 14 साल बाद हरि महतो नामक हत्या के आरोपित को कांके थाना क्षेत्र के गागी से पकड़ा गया है। पुलिस के अनुसार हरि महतो हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पंजाब भाग गया था। वहां रहकर मजदूरी करता था। वहीं छूपकर रह रहा था। जबकि गागी स्थित अपने ससुराल में मकान बनाकर अपनी पत्‍‌नी और बच्चों को रखता था। बीच-बीच में रांची आता था। हाल में वह रांची आया था। इसबीच तुपुदाना ओपी प्रभारी तारीक अनवर पुराने लंबित केस और वारंटों को खंगाल रहे थे। इस दौरान हरि व अन्य आरोपितों की फरारी की जानकारी मिली। इसबीच उन्हें सूचना मिली कि हरि गागी स्थित अपने घर में आया हुआ है। इसके बाद एक टीम बनाकर वहां छापेमारी की। छापेमारी कर हरि को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

महिला को समझा था पागल

बताते चलें कि वर्ष 2005 में हजाम निवासी बिरबल महतो सहित उसके परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई। डायन बिसाही का आरोप लगाकर धारदार हथियार से सो रहे परिवार के एक-एक सदस्य को मार डाला था। बिरबल के गोतिया आसमान महतो का बिरबल के साथ विवाद चल रहा था। इस विवाद को लेकर आसमान महतो ने ग्रामीणों को बिरबल की पत्‍‌नी को डायन बताकर हत्या के लिए उकसाया था। इसके बाद ही बिरबल के घर को घेरकर पूरे परिवार को मार डाला गया था। हालांकि रात के अंधेरे का फायदा उठाकर अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ झाड़ी में छूपकर रात बिताई थी। सुबह वह तुपुदाना टीओपी (अब ओपी) पहुंचकर मामले की जानकारी दी थी। उस समय पुलिस ने पागल समझकर मामले को हल्के में लिया। इसके बाद धुर्वा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी कमाल खान ने मामले को गंभीरता से लेकर घटनास्थल पहुंचे। लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया। इसके बाद इस मामले में आठ की गिरफ्तारी हुई थी। अब भी दस लोग फरार हैं। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है।