आगरा(ब्यूरो)। डीसीपी सिटी विकास कुमार ने गुरुवार को बताया कि बीते डेढ़ साल से पुलिस को अन्तर्राज्जीय कार चोर गैंग के मुख्य सरगना राजीव शर्मा उर्फ राजू गोली की तलाश थी। पुलिस ने सर्विलांस और मुखबिर तंत्र के दम पर लखनऊ निवासी राजीव शर्मा उर्फ राजू गोली को बिहार के बेतिया जिले से गिरफ्तार किया है। राजीव शर्मा पर आगरा में वाहन चोरी के 28 मुकदमे दर्ज हैं। अब तक के सभी राज्यों के आपराधिक मुकदमों की संख्या राजीव पर 38 हैं। राजीव शर्मा पर आगरा पुलिस ने 50 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित कर रखा था। आरोपी मास्टरमाइंड के साथ पकड़ा गया गोंडा निवासी नन्दलाल उर्फ नंदू भी इसी गैंग के लिए कार चोरी को अंजाम देता था।

बिहार में शराब तस्करों को बेचे वाहन
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि अन्तर्राज्जीय वाहन चोर गैंग का मास्टरमाइंड राजीव शर्मा उर्फ राजू गोली अपराधियों की डिमांड पर लग्जरी गाडिय़ां चोरी करता था। इन चार पहिया वाहनों का इस्तेमाल आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के लिए होता था। गिरफ्तार आरोपी ने सबसे ज्यादा चोरी के वाहन बिहार राज्य में अवैध शराब तस्करों को बेचे। इसके अलावा आगरा में अभी तक 1 हजार से अधिक चार पहिया वाहनों की चोरी और उनकी खरीद-फरोख्त में आरोपी राजीव शर्मा शामिल हैं। पुलिस आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर रिमांड पर लेकर चोरी के वाहनों को रिकवर करने की कोशिश करेगी।

नौ राज्यों में फैला है राजीव शर्मा का नेटवर्क
उत्तर भारत के सबसे बड़े अन्तर्राज्जीय चार पहिया वाहन चोर गैंग के मुख्य सरगना राजीव शर्मा उर्फ राजीव गोली का देश के नौ राज्यों में नेटवर्क सक्रिय हैं। आरोपी राजीव शर्मा शहरों के लोकल वाहन चोर गैंग से संपर्क कर उनसे ऑन डिमांड कार चोरी कराकर अन्य राज्यों में बेच देता था। इसमें एक में एक हजार से अधिक लग्जरी कार शामिल हैं।

पुलिस को फर्जी दस्तावेज बरामद
पुलिस को आरोपी राजीव शर्मा के पास से 2 फर्जी आधार कार्ड, फर्जी वाहन आरसी और फर्जी बीमा के दस्तावेज बरामद हुए हैं। आगरा में दर्ज मुकदमे के आंकलन के अनुसार मास्टरमाइंड राजीव शर्मा उर्फ राजीव गोली सहित 14 लोगों को पुलिस जेल भेज चुकी हैं। मुकदमे में 17 आरोपी नामजद थे, इसमें से 2 की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

वर्जन
कार चोरी करने वाले आरोपी को बिहार से एसओजी टीम द्वारा अरेस्ट किया गया है। उसके पास से फर्जी दस्तावेज और कार बरामद की है। आरोपी को 9 राज्यों में नेटवर्क है। उस पर पचास हजार रुपए का ईनाम घोषित किया था।
विकास कुमार, डीसीपी