JAMSHEDPUR: कोरोना वायरस को लेकर तरह-तरह की भ्रांति फैल रही है। इस कारण सर्दी-खांसी या हल्के बुखार वाले भी अपनी जांच के लिए फोन कर रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है। कोरोना वायरस की जांच सिर्फ उन्हीं की करनी है, जो संक्रमण वाले देश या राज्य से यहां आए हैं या इन स्थानों से आने वाले लोगों के संपर्क में आए हैं। ये बातें पूर्वी सिंहभूम जिले के सिविल सर्जन डॉ। महेश्वर प्रसाद ने कहीं।

जिला समाहरणालय सभागार में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सिविल सर्जन ने बताया कि यह वायरस पूर्व में फैले तमाम वायरस से खतरनाक है, लेकिन इसमें मृत्यु की संभावना सबसे कम है। इसका मतलब यही है कि हम सावधानी रखें तो इस वायरस के प्रकोप से सुरक्षित रह सकते हैं। इसमें सबसे पहला काम सफाई रखना है। चूंकि यह स्टेज-2 में है, लिहाजा यह संक्रमण मनुष्य से मनुष्य में फैल रहा है। स्टेज-1 में वायरस जानवरों से मनुष्य में संक्रमित होता है। स्टेज-3 में किसी वस्तु से मनुष्य और स्टेज-4 में वायरस अज्ञात माध्यम से मनुष्य में फैलता है।

तीन फुट की दूरी पर रहें

चूंकि स्टेज-2 में वायरस मनुष्य से मनुष्य में फैलता है, इसलिए हमें सबसे पहला काम किसी व्यक्ति से तीन फुट की दूरी बनाकर रखना है। यदि यह कर सके तो वायरस का खतरा टाल सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति को संक्रमण की आशंका (बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, लूज मोशन आदि) हो तो घर में भी 14 दिन तक अलग-थलग (होम क्वारंटाइन) रहना चाहिए। इस अवधि में यदि संक्रमण का कोई लक्षण बढ़े तो तत्काल जिला प्रशासन, सिविल सर्जन या नजदीकी अस्पताल को सूचित करें। एकदम से खुद अस्पताल ना चले जाएं। इसके अलावा किसी से हाथ नहीं मिलाएं या गले ना मिलें, दूर से ही प्रणाम या नमस्ते करें। तौलिया, साबुन परिवार के सदस्याें से शेयर ना करें। संभव हो तो यात्रा स्थगित कर दें।

कोरोना के हेल्पलाइन नंबर

- जिला कंट्रोल रूम : 8987510050/ 0657-244011

- उपायुक्त : 8986606951

- सिविल सर्जन : 9431186123

- टीएमएच : 0657-6641122

- टाटा मोटर्स अस्पताल : 0657-6694444

हाथ धोने का तरीका

सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन या लिक्विड सोप से हाथ धोने का सही तरीका इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए 'सुमन-के' याद रखा जा सकता है, जिसकी विस्तृत शब्दावली है 'सीधा, उल्टा, मुट्ठी, अंगूठा, नाखून और कलाई'। ध्यान रहे साबुन लगाने के बाद हाथ धोते समय 20 सेकेंड तक पानी गिरना चाहिए। रनिंग वाटर में ही हाथ धोएं।