केजरीवाल से मिलने पहुंचे अन्ना

वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर पूर्व सैनिकों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे समाजसेवी अन्ना हजारे से रविवार शाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और  उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मुलाकात की। महाराष्ट्र सदन में तीनों के बीच करीब आधे घंटे तक चर्चा हुई। मुलाकात के बाद मनीष सिसोदिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने वर्तमान हालातों से हजारे को अवगत कराया गया।

उन्होंने बताया कि मोहल्ला सभा समेत दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था के बारे में भी उन्हें बताया गया। इसके अलावा मोहल्ला क्लीनिक और भ्रष्टाचार निरोधक शाखा पर भी चर्चा हुई। सिसोदिया बोले, हमने अन्ना हजारे को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज में अड़चन डाल रहे हैं। लोकपाल को नियुक्त करने के संबंध में क्या चर्चा हुई, इस बारे में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने उन्हें बताया कि सरकार दिल्ली में जल्द लोकपाल की नियुक्ति करेगी।

योगेंद्र और भूषण से मतभेद दूर करने की दी सलाह

इस मीटिंग के दौरान हुई बातचीत के बारे में एक अंदरूनी सूत्र से पता चला है कि इस मुलाकात में आम आदमी पार्टी से निष्काषित सदस्यों प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के बारे में चर्चा हुई और अन्ना ने केजरीवाल से कहा कि ये दोनो ही सदस्य भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की शुरूआत से जुड़े हुए साथी रहे हैं और उनको पार्टी से निकालना ठीक नहीं हुआ है। अन्ना ने ये भी कहा कि अब दोनों के साथ केजरीवाल को सुलह कर लेनी चाहिए। ये पहला मौका था जब अन्ना खुद केजरीवाल से मिलने पहुंचे।

मोदी ने तोड़ा है वादा

इससे पहले पूर्व सैनिकों के सर्मथन में सेना में वन रैंक वन पेंशन को लागू करने की मांग को लेकर अन्ना रविवार को आंदोलन स्थल जंतर-मंतर पर पहुंचे। यहां उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और मोदी सरकार पर एक साल में एक भी वादा पूरा न कर पाने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि पूर्व सैनिक अपनी मांगों को लेकर गत 15 जून से धरने पर बैठे हैं। अन्ना हजारे करीब 12:30 बजे जंतर-मंतर पर पहुंचे। दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों से बसों में आए पूर्व सैनिक उन्हें सुनने पहुंचे थे।

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