- कोलकाता के एनजीओ की सूचना पर पुलिस ने की कार्रवाई

- राजस्थान से ऊंट लाकर बांग्लादेश में बेचने की थी तैयारी

ARRARIYA: गो ज्ञान फाउंडेशन, कोलकाता नामक स्वयंसेवी संस्था की सूचना पर अररिया जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम ने शनिवार की रात डेहटी गांव से प्रतिबंधित प्रजाति के 17 ऊंटों को बरामद किया है। हालांकि, तस्कर मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। पुलिस इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

चार लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज

इस मामले में संस्था के सदस्य सुब्रतो दास ने पलासी थाना में चार लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। इनमें डेहटी गांव के पूर्व मुखिया प्रतिनिधि मो। परवेज आलम के अलावा तस्करों में उत्तर प्रदेश के बागपत स्थित दोघट थाना क्षेत्र के भड़ल निवासी फिरोज, याकूब व अनीश को आरोपित किया गया है। सूचक के अनुसार तस्कर ऊंटों को राजस्थान से ट्रकों में भरकर बिहार-बंगाल होते हुए बांग्लादेश भेजते हैं। इसकी सूचना उन्होंने अररिया जिलाधिकारी व एसपी को दी। तत्पश्चात डीएम व एसपी ने एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर व एसडीपीओ पुष्कर कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की। टीम में पुलिस निरीक्षक विश्वजीत कुमार सिंह, पलासी थानाध्यक्ष शिव पूजन कुमार व जोकीहाट थानाध्यक्ष विकास कुमार आजाद सहित 40 सदस्य थे। गठित टीम ने रात के दो बजे डेहटी गांव के एक आम बगीचे से आठ तथा पूर्व मुखिया प्रतिनिधि मु। परवेज आलम के घर के पीछे से नौ ऊंटो को बरामद किया। सूचक के अनुसार ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला कि ये लोग तस्करी के कारोबार में पिछले तीन-चार वर्षो से संलिप्त हैं। साथ ही पिछले कुछ दिनों से तस्कर भी यहां ठहरे हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि अब तक लगभग 150 ऊंटों की तस्करी की गई है। एनजीओ के सदस्य ने उल्लेख किया है कि तस्कर फिरोज, याकूब व अनीश पर पूर्व से भी कई मामले दर्ज हैं। थानाध्यक्ष शिव पूजन कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर बरामद ऊंटों को संबंधित विभाग को सौंपने की कार्रवाई की जा रही है।

एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर के साथ मैंने स्वयं पलासी के डेहटी गांव में छापेमारी कर ऊंटों को बरामद किया गया है। मामले में कोर्ट के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

- पुष्कर कुमार

एसडीपीओ, अररिया