-दृष्टि इन्फोटेक के तीन स्टूडेंट्स को 16.8 लाख का पैकेज

-30 से ज्यादा स्टूडेंट्स को मिला एक से ज्यादा कंपनियों से ऑफर

PATNA: एनआईटी पटना के स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट के लिए लगातार बेहतर प्लेसमेंट मिल रहा है। सेवेंथ सेमेस्टर के 193 स्टूडेंट्स को हाल में पांच कंपनियों में प्लेसमेंट मिला है। प्लसमेंट पाने वाले 193 स्टूडेंटस में नौ एमटेक के एवं शेष सभी बीटेक हैं। एमटेक वालों को आईबीएम में प्लेसमेंट मिला है। तीस से ज्यादा स्टूडेंट्स को एक से ज्यादा कंपनियों में प्लेसमेंट मिल चुका है। सबसे बेहतर पैकेज दृष्टि इन्फोटेक ने तीन स्टूडेंट्स को 16.8 लाख का पैकेज ऑफर किया है, जिनमें दो ग‌र्ल्स हैं। आईबीएम ने 100 स्टूडेंट्स को प्रति स्टूडेंट 3.18 लाख का पैकेज, इन्फोसिस ने 74 स्टूडेंट्स को प्रति स्टूडेंट 3.28 लाख का पैकेज, पोलोरिस ने दस स्टूडेंट्स को पांच-पांच लाख, इनसाइजर ने पांच स्टूडेंट्स को पांच-पांच लाख एवं सिगमाइड ने दो स्टूडेंट्स को छह-छह लाख का पैकेज ऑफर किया है।

प्लेसमेंट के लिए है पांच टीयर

सबसे बेस्ट ड्रीम टीयर है। इनमें दस लाख से ज्यादा पैकेज देने वाली कंपनियों को रखा जाता है। इसके बाद आता है टीयर वन कंपनियां, जो आठ से दस लाख तक का पैकेज ऑफर करती हैं। टीयर टू कंपनियां पांच से आठ लाख तक का पैकेज ऑफर करती हैं। टीयर थ्री कंपनियां अधिकतम पांच लाख रुपए का पैकेज ऑफर करती हैं। कैंपस में प्लेसमेंट के लिए इंडियन नेवी 9-10 सितंबर को कैंपस आ रही हैं। न्यू सिगमा 30 सितंबर को आ रही हैं। मारुति सुजुकी पहले राउंड का टेस्ट ले चुकी हैं। सेकेंड राउंड के लिए 35 स्टूडेंट्स का सेलेक्शन हुआ है। फाइनल टेस्ट 23 सितंबर मेसरा में होना है।

Highlights

आईबीएम-क्00 स्टूडेंट-फ्.क्8 लाख

इन्फोसिस- 7ब् स्टूडेंट-फ्.ख्8 लाख

सिगमाइड -ख् स्टूडेंट- म् लाख

पोलारिस -क्0 स्टूडेंट- भ् लाख

इनसाइजर -भ् स्टूडेंट-भ् लाख

दृष्टि इन्फोटेक -फ् स्टूडेंट -क्म्.भ् लाख

स्टूडेंट्स के कम्यूनिकेशन स्किल में सुधार के लिए ब्रिटिश काउंसिल की हेल्प ली जाती है। कैंपस में नई-नई कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आ रही हैं। इससे स्पष्ट है कि कैंपस के एकेडमिक प्रोफाइल में लगातार सुधार हो रहा है। पैकेज भी सुधर रहा है। इन्फ्रास्टक्चर में सुधार के लिए जगह नहीं होने से हम कई सुविधाओं का विकास नहीं कर पा रहे हैं। इन पर कॉस्ट भी ज्यादा आता है। हमें कैंपस से बाहर किराये पर हॉस्टल व स्टॉफ क्वार्टर रखना है।

- प्रो डॉ अशोक डे, डायरेक्टर, एनआईटी पटना