पटना (ब्यूरो)। ड्रोन से छापेमारी के बाद शराब जब्त करने में कामयाबी मिलने लगी है। ड्रोन से छापेमारी के बाद देसी शराब बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले जावा महुआ की बरामदगी 100 गुणा तक बढ़ी है। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि वर्ष 2020 में पूरे साल छापेमारी कर राज्य भर में 42 लाख किलो जावा महुआ पकड़ा गया था जबकि वर्ष 2021 में 52 लाख जावा महुआ पकड़ा गया। इस साल ड्रोन से छापेमारी के बाद शुरुआत के चार माह में ही 40 लाख किलो जावा महुआ पकड़ा जा चुका है।

दियारा ज्यादा बदनाम
देसी शराब के अवैध अड्डों के रूप में गंगा और सोन के दियारा का सर्वाधिक इस्तेमाल हो रहा है। सबसे अधिक जावा महुआ की बरामदगी भी इसी इलाके से हुई है। खासकर पटना, सारण, वैशाली और भोजपुर के इलाकों में लगातार गंगा और सोन दियारा में ड्रोन से निगरानी और छापेमारी की जा रही है। ड्रोन से छापेमारी के बाद अभी तक उत्पाद अधिनियम में 1084 केस दर्ज किए गए हैं, जबकि 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

अवैध अड्डे हो रहे चिह्नित
दियारा इलाके में शराब के अवैध अड्डों को नष्ट कर उसके अक्षांश-देशांतर के हिसाब से उस जगह की मैपिंग की जा रही है। इसके बाद शराब के बदनाम इन इलाकों की सूची बनाकर लगातार ड्रोन व स्थानीय पुलिस के द्वारा इसकी निगरानी की जा रही है, ताकि भविष्य में दोबारा वहां शराब का निर्माण शुरू न हो।