कोरोना का बढ़ा खतरा, तेजी से बेड भरने लगे

- 15 दिनों में पटना में 1615 पेशेंट बढ़ गए

PATNA :

पटना में कोरोना का खतरा और बढ़ गया है। सोमवार को यहां बीते 24 घंटे में 432 नए कोरोना पेशेंट मिले हैं। जबकि पूरे प्रदेश में 935 नए कोरोना पेशेंट मिले हैं। इस दौरान प्रदेश स्तर पर 72418 सैंपलों की जांच की गई है। नए संक्रमितों में आईआईटी पटना के स्टूडेंट्स, एनएमसीएच के पेशेंट और शहर के विभिन्न इलाकों से मिले नए पेशेंट शामिल हैं। अब राज्य भर में रिकवरी वाले पेशेंट का प्रतिशत घटा है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी कोरोना अपडेट में बताया गया कि यहां तक 97.87 प्रतिशत पेशेंट रिकवर हुए हैं। इस खतरे को लेकर डीएम, कमिश्नर और सिविल सर्जन दिनभर आगे इसके संक्रमण को रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते रहे। पूर्व में जांच बढ़ाने की बात को कड़ाई से आगे बढ़ाने पर भी बात हो रही है।

बेड हो गए फुल

कोरोना के लगातार नए मामले मिलने के कारण प्रमुख हॉस्पिटलों में कोरोना वार्ड के बेड फुल हो रहे हैं। पटना एम्स के नोडल ऑफिसर डॉ संजीव कुमार ने बताया कि सोमवार को यहां के कोविड वार्ड में 18 पेशेंट को एडमिट किया गया। इसके साथ यहां एडमिट पेशेंट की संख्या 101 पेशेंट हो गए हैं। इसमें अधिकांश बहुत गंभीर पेशेंट हैं। जबकि आठ पेशेंट को स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किया गया है। बीते 24 घंटे में यहां मौत की खबर नहीं है। यहां आरटीपीसीआर से 2165 जांच की गई। इसमें से 59 नए पॉजिटिव मामले मिले हैं। जबकि एनएमसीएच में फिलहाल 19 पेशेंट कोविड वार्ड में एडमिट हैं। यहां कोरोना से तीन पेशेंट की मौत हुई है। इसमें एक दरभंगा, दूसरा जहानाबाद और एक भोजपुर से हैं।

15 दिनों में 17 मरे

बीते 15 दिनों में पटना में कोरोना के 17 पेशेंट की मौत हुई है। जबकि इसी अवधि में 1615 नए एक्टिव केस मिले हैं। इसके साथ अब इसका आंकड़ा 1881 हो गया है जो कि 22 मार्च को 242 था।

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कोरोना की स्थिति -पटना

डेट एक्टिव केस मौत न्यू केस

5 अप्रैल 1881 02 432

4 अप्रैल 1549 01 372

3 अप्रैल 1254 01 359

2 अप्रैल 958 00 287

1 अप्रैल 750 02 174

31 मार्च 641 02 76

30 मार्च 602 01 19

29 मार्च 643 00 106

28 मार्च 567 01 129

27 मार्च 468 02 80

26 मार्च 418 00 66

25 मार्च 382 01 54

24 मार्च 352 02 74

23 मार्च 300 01 50

22 मार्च 266 01 43

आदेश का उल्लंघन

बिहार सरकार का आदेश है कि 11 अप्रैल तक सभी स्कूल- कॉलेज बंद रहेंगे। ऐसे में आफलाइन क्लास चलाया जा रहा है। यह मामला है पटना मेडिकल कॉलेज का। इस समस्या को आईएमए बिहार के पूर्व अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद कुमार ने उठाया। उन्होंने कहा कि अभी सतर्कता की बहुत जरूरत है। लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। गौर करने वाली बात यह है कि जहां जांच होता है वहां पर ही क्लास रूम है और कैंटीन भी है। प्रति क्लास लगभग 200 स्टूडेंट आते हैं।

लगभग 20 प्रतिशत पॉजिटिव

इन दिनों कोरोना के नए मामले कितने तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे समझने के लिए केवल पीएमसीएच के जांच सेंटर की बात करें तो यहां औसतन 20 प्रतिशत सैंपल की रिर्पोट पॉजिटिव आ रही है। जबकि यह पूर्व में चार से पांच प्रतिशत तक ही था।

अभी सबसे जरूरी है कि लोग अधिक से अधिक जांच के लिए सामने आए। साथ ही कोरोना नियमों का अनुपालन भी करें। तभी इस स्थिति में सुधार लाया जा सकता है।

- डॉ विभा कुमारी, सिविल सर्जन पटना