- इमाम बांदी वक्फ स्टेट गुलजारबाग में जुटे अकीदतमंद

- 24 वर्षो से लगातार चार युवक कर रहे हैं यह धार्मिक आयोजन

PATNA :

गुलजारबाग स्थित इमाम बांदी बेगम वक्फ स्टेट परिसर में शुक्रवार को कर्बला की जंग में शहीद हुए हजरत इमाम हुसैन समेत 72 शहीदों की याद में 72 ताबूत निकाले गए। हर ताबूत काले कपड़े से ढंका था। काली व सफेद पोशाक पहने महिला-पुरुष अकीदतमंद यहां जमा हुए। जालिम यजीद के लश्कर ने प्यास से तड़पते छह माह के अली असगर के गले को तीरों से छलनी कर दिया था। उस मासूम शहीद की याद में ताबूत की जगह झूला निकाला गया। झूले पर नजर पड़ते ही जायरीन रो पड़े। सभी ताबूत पर कमेटी की ओर से फूल चढ़ाए गए। इस दौरान मास्क पहने लोगों ने शारीरिक दूरी बनाए रखने की कोशिश की।

सैयद नासिर अब्बास शजर गोपालपुरी ने कुरआनशरीफ का पाठ किया। सैयद जर्रार हुसैन ने सोजखानी (शोक) किया। सैयद फारुख हुसैन नकवी ने शहीदों की याद में मरसीया पढ़ा। मौलाना हुसैन अहमद ने मजलिस पढ़ी। इमामबाड़ा परिसर में सभी ने मोमबत्ती रौशन की। अंत में मूसा अली हाशमी ने अलविदा नौहा पढ़ा। इस बड़े धार्मिक आयोजन को 23 वर्ष पहले चार युवक सैयद हादी हसन, मिर्जा इम्तियाज हैदर, सैयद अमानत अब्बास, सैयद असगर इमाम ने शुरू किया था।