पटना (ब्यूरो)। स्वच्छता सर्वे 2022 में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए इस बार छह हजार नहीं बल्कि 7500 अंकों में अपनी उत्कृष्टता साबित करनी होगी। पटना नगर निगम बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अपनी तैयारी कर रहा है। यह जानकारी नगर निगम की पीआरओ हर्षिता ने दी। उन्होंने बताया कि टीम जनवरी में आ सकती है। टीम नागरिकों से भी सवाल पूछेगी।

निगम कर रहा कार्य
हर्षिता ने बताया कि बेहतर प्रदर्शन करने के लिए नगर निगम कई स्तर पर कार्य कर रहा है। हर स्तर पर बेहतर करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने जानकारी दी कि इस बार यह पहला मौका होगा जब सफाई कर्मियों की सुरक्षा को भी सर्वे में शामिल किया गया है। इस बारे में टूल किट को भी रिलीज कर दिया गया है। सर्वे में कूड़ा प्रोसेसिंग, लिफ्टिंग, सेग्रीगेशन, सफाई, सिंगल यूज प्लास्टिक बैन व सीएंडडी (कचरे को अलग-अलग करने व निस्तारण करने) प्लांट के लिए कुल 3000 अंक निर्धारित किए गए हैं।

ऐसे होगा अंकों का निर्धारण
इस बार सर्वे में सर्विस लेवल प्रोसेस पर तीन हजार अंक रखे गए हैं। इसमें डोर टू डोर कचरे का उठान, डिजिटल ट्रेकिंग के अन्य कई अन्य प्वॉइंट्स को देखा जाएगा। इसी प्रकार सिटीजन वॉइस 2250 अंकों का होगा। इसमें जागरूकता व सहभागिता को देखा जाएगा। जबकि सर्टिफिकेशन के 2250 अंक होंगे। इसमें ओडीएफ व सर्टिफिकेशन को देखा जाएगा। इसमें यह देखा जाएगा कि खुले में शौच रोकने की व्यवस्था और निगम द्वारा सफाई संबंधी कार्यों में सुधार के लिए क्या प्रयास किए गए हैं।

वेस्ट से बेस्ट की प्रक्रिया
हर्षिता ने बताया कि कूड़े के निष्तारण के लिए पटना नगर निगम की तरफ से सभी छह अंचलों में कंपोजिट पिट्स लगाए गए हैं साथ ही लोगों को अवेयर किया जा रहा है कि थोड़ी सी जागरूकता लाकर वह घर में ही ग्रीन कचरे को कंपोजिट खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि लोगों को वेस्ट से बेस्ट बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। निगम की तरफ से दो पार्क भी बनाए गए हैं। अगर कोई वेस्ट से बेस्ट बनाना चाहता है तो वह निगम से संपर्क कर सकता है, उसकी पूरी मदद की जाएगी।