-पनतापाड़ा गांव में सुबह चार बजे उग्र भीड़ ने दिया घटना को अंजाम

-तीन आरोपित गिरफ्तार, पोस्टमार्टम के बाद बिहार पुलिस को सौंपा शव

KISHANGANJ: किशनगंज बॉर्डर से सटे पश्चिम बंगाल के पनतापाड़ा में सैटरडे की सुबह किशनगंज के टाउन थानेदार अश्विनी कुमार को पीटकर मार डाला गया। वे बाइक लुटेरे की तलाश में गए थे। घटनास्थल पश्चिम बंगाल के ग्वालपोखर थाना क्षेत्र में पांजीपाड़ा आउट पोस्ट के अंतर्गत है। यह इलाका पश्चिम बंगाल के ग्वालपोखर विधानसभा क्षेत्र में है। इस मामले में तीन आरोपितों को अरेस्ट किया गया।

लूटी गई थी बाइक

बताया गया कि फ्राइडे की रात किशनगंज टाउन थाना क्षेत्र के छगलिया में मुश्फिक आलम की बाइक लूट ली गई थी। मुश्फिक ने एक अपराधी जाकिर की पहचान की थी। जाकिर के घर पर जब दबिश दी गई तो पता चला कि जाकिर पश्चिम बंगाल स्थित ससुराल में है। इसके बाद पुलिस सीमावर्ती पांजीपाड़ा थाना क्षेत्र के पनतापाड़ा में छापेमारी करने निकली। बंगाल पुलिस को सूचना देकर टाउन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार और सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल पनतापाड़ा पहुंची।

बॉर्डर से 15 किमी दूर घटना

छापेमारी टीम अपने साथ मुश्फिक को भी लेकर गई थी। मुश्फिक के अनुसार बंगाल के कालीबाड़ी चेकपोस्ट पर मौजूद पुलिसकर्मियों को किशनगंज पुलिस ने घटना की सूचना दी और सहयोग मांगा। इसके बाद वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें पनतापाड़ा गांव के बारे में जानकारी दी और वहां की लोकेशन बताई। यह जगह किशनगंज बॉर्डर से 15 किलोमीटर दूर है।

पुलिस देख करने लगे विरोध

अलसुबह चार बजे गांव में पुलिस को देखकर ग्रामीण विरोध करने लगे। घर पर दबिश देख ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया। सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी जान बचाकर भाग निकले। भीड़ ने थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार को पकड़ लिया और पीटकर मार डाला। बताया गया कि इस बीच मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने बंगाल और किशनगंज पुलिस को त्राहिमाम संदेश भेजा, लेकिन पश्चिम बंगाल पुलिस काफी देर से घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने वहां से थानाध्यक्ष का शव बरामद किया।

सास समेत तीन अरेस्ट

बताया गया कि बाद में यहां से थानाध्यक्ष के दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए। इस दौरान मुश्फिक ने इसी गांव के आसपास से अपनी बाइक भी बरामद कर ली। इधर, बंगाल पुलिस ने मामले में फिरोज आलम, अबुजार आलम और इनकी मां सहीनुर खातून को गिरफ्तार किया है। सहीनुर जाकिर की सास है।

थानेदार अश्विनी को दी गई श्रद्धांजलि

इस्लामपुर सदर अस्पताल में अश्विनी कुमार का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद शव बिहार पुलिस को सौंप दिया गया। किशनगंज में थानाध्यक्ष के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया। पूर्णिया जिले के जानकीनगर निवासी इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार 1994 बैच के अधिकारी थे। पूर्णिया आइजी सुरेश प्रसाद चौधरी, किशनगंज एसपी कुमार आशीष, इस्लामपुर एसपी सचिन मक्कड़ और किशनगंज एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी ने घटना के बाद काफी देर तक इस्लामपुर अस्पताल में कैंप किया।

लूट के मामले में पुलिस छापेमारी करने सीमावर्ती पांजीपाड़ा (पश्चिम बंगाल) गई थी। भीड़ द्वारा घेरकर टाउन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की हत्या कर दी गई। यह वारदात उन्मादी भीड़ की हिंसा जैसी है।

- सुरेश प्रसाद चौधरी, आईजी, पूर्णिया