PATNA : बिहार में एईएस का कहर जारी है। बुधवार को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में पांच और बच्चों की मौत हो गई। अब तक इस बीमारी से सिर्फ मुजफ्फरपुर के अस्पतालों में 125 बच्चों की मौत हो चुकी है। विभिन्न अस्पतालों में अब तक 473 बच्चों को भर्ती कराया जा चुका है। मुजफ्फरपुर में एईएस ने 2012 में 120 बच्चों की मौत का रिकॉर्ड तोड़ दिया। साल 2012 में 336 को भर्ती कराया गया था। इधर, पीडि़तों के आने का सिलसिला भी थम नहीं रहा। एसकेएमसीएच में 22 से ज्यादा नए मरीजों को भर्ती किया गया। जबकि, आठ बच्चे केजरीवाल अस्पताल में लाए गए हैं। इससे पहले मंगलवार को चार बच्चों की मौत हो गई थी।

प्रतिनियुक्त किए कई डॉक्टर

मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस के बढ़ते मामलों और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य विभाग ने श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आठ सीनियर रेजिडेंट को तैनात किया है। राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से भी चिकित्सकों को मुजफ्फरपुर में प्रतिनियुक्त करने के आदेश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉ। नवीन कुमार, डॉ। केशव कुमार पाठक, एनएमसीएच के शिशु रोग विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉ। उमेश भारती, डॉ। संजय कुमार, डीएमसीएच में शिशु रोग विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉ। मृदुल कुमार शुक्ला, डॉ। बैजू कुमार, डॉ। रमण पासवान और डॉ। आशुतोष कुमार को एसकेएमसीएच में प्रतिनियुक्त किया है। इसके अलावा राज्य स्वास्थ्य समिति ने कई और डॉक्टरों को एसकेएमसीच भेजने का निर्देश दिया है।

दिल्ली के विशेषज्ञ करेंगे कैंप

मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम की वजह से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के बाद केंद्र सरकार ने यहां दिल्ली के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भेजने का फैसला किया है। गुरुवार तक टीम के पहुंचने की संभावना है।