-एम्स में सोमवार से ब्लैक फंगस के होंगे 80 बेड

PATNA: म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) का खौफ लगातार बढ़ रहा है। पटना एम्स की ओपीडी में पहुंचे कई गंभीर मरीजों को मंगलवार को बेड के अभाव में वापस लौटना पड़ा। वर्तमान में ब्लैक फंगस मरीजों के लिए 40 बेड का वार्ड बनाया गया है। इसके अलावा 10 बेड का आइसीयू है।

रविवार से वार्ड में 30 और आइसीयू में 10 बेड बढ़ेंगे। सोमवार से बढ़े हुए बेड पर मरीज भर्ती किए जा सकेंगे। एम्स पटना के ईएनटी डिपार्टमेंट के हेड डा। क्रांति भावना ने बताया कि वार्ड में 30 और आइसीयू में 10

बेड बढ़ने से ब्लैक फंगस मरीजों के लिए सोमवार से कुल 90 बेड उपलब्ध रहेंगे।

डे केयर सेंटर बनाने पर जोर

डा। क्रांति भावना ने बताया कि अस्पताल में हर दिन दो-तीन पेशेंट का आपरेशन किया जा रहा है। सोमवार से दो-दो आपरेशन थिएटर बढ़ जाएंगे। इससे अब पांच-छह पेशेंट का एक दिन में आपरेशन किया जाएगा। इससे वार्ड में ज्यादा बेड की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में अब स्टेबल पेशेंट को सात-आठ दिनों में उनकी स्थिति ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। उन पेशेंट को डे-केयर में बुलाया जाएगा। डे-केयर में ही उन्हें हर दिन या जरूरत के अनुसार दवा चलाई जाएगी। इससे ज्यादा से ज्यादा पेशेंट को लाभ दिया जा सकेगा।

अब तक 64 एडमिट

डा। क्रांति भावना ने बताया कि एम्स पटना के ईएनटी विभाग में ब्लैक फंगस के अब तक 64 पेशेंट्स को भर्ती किया गया। इसमें आठ से 10 दिनों में पेशेंट्स की स्थिति स्टेबल होने के बाद कई को डिस्चार्ज भी किया गया है। हर ओपीडी में 10-15 पेशेंट्स में ब्लैक फंगस की पहचान की जाती है। इनमें ज्यादा गंभीर पेशेंट्स को भर्ती किया जा रहा है। अब तक लगभग 20-22 पेशेंट्स का आपरेशन किया जा चुका है। हर दिन 3-4 का आपरेशन किया जा रहा है।

आईजीआईएमएस में ज्वाइंट ओपीडी क्लीनिक

बढ़ते पेशेंट की संख्या को देखते हुए आईजीआईएमएस में ज्वाइंट ओपीडी क्लीनिक की शुरुआत गुरुवार से शुरू हो जाएगी। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि केवल गंभीर पेशेंट को ही एडमिट किया जाए और अन्य पेशेंट को क्लीनिक पर ही देखकर घर भेजा जा सकेगा। इस क्लीनिक पर एक साथ ईएनटी, आई और न्यूरो विभाग के डॉक्टरों की टीम पेशेंट को देखेगी। यहां बुधवार को ब्लैक फंगस के छह पेशेंट एडमिट किए गए हैं। इसके साथ ही यहां इसकी कुल 103 पेशेंट का इलाज चल रहा है। बुधवार को एक पेशेंट की मौत की भी पुष्टि की गई है। ज्वाइंट क्लिनिक पर आरटीपीसीआर टेस्ट आदि की भी व्यवस्था होगी।