-एकेयू को मिला अपना कैंपस, मीठापुर बना एजुकेशन हब

PATNA:आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी (एकेयू) में अब एस्ट्रोनॉमी, फिलॉसफी, ज्योग्राफिकल और स्टेम सेल्स सेंटर शुरू होगा। सीएम नीतीश कुमार ने यह घोषणा एकेयू के नए कैंपस के भवन का उद्घाटन करते हुए की। सीएम ने रिमोट से राज्य के विभिन्न जिलों में बने 402 शैक्षणिक भवनों का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि बिहार के ज्ञान के गौरवशाली इतिहास को न केवल पुनर्जीवित करने बल्कि उसे नई ऊंचाइयों तक आगे बढ़ाने में नई पीढ़ी काम करे। इस अवसर पर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ अरुण कुमार अग्रवाल, शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।

एजुकेशन हब बना मीठापुर

हाल ही में मीठापुर में पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी को कैंपस देने का जिक्र करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मीठापुर शैक्षणिक क्षेत्र बन गया है। यहां मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी विश्वविद्यायल का भी कैंपस बनेगा। एकेयू में नदियों के सिस्टम पर भी काम होना चाहिए।

महान गणितज्ञ थे आर्यभट्ट

यह एक बड़ा संयोग है कि इस यूनिवर्सिटी का नाम महान गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर किया गया है। उन्होंने 1500 साल पहले शून्य का आविष्कार किया था। पृथ्वी का व्यास आदि पर उन्होंने अनुसंधान किया। खगौल, तरेगना और सोन नदी तीन स्थल पर उन्होंने काम किया था। इस यूनिवर्सिटी में एस्ट्रोनॉमी (खगोल शास्त्र) की भी अब पढ़ाई होगी। संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ राजीव रंजन ने कहा कि यह एकेयू के लिए गर्व का क्षण है। इसका लक्ष्य ही ज्ञान है। इसकी स्थापना के पहले ही वर्ष नैनो साइंस सेंटर की पढ़ाई शुरू की गई थी।

2008 में बनी थी परिकल्पना

ज्ञात हो कि एकेयू की परिकल्पना वर्ष 2008 में की गई थी। जिसमें आम यूनिवर्सिटी से अलग रिसर्च बेस्ड यूनिवर्सिटी की परिकल्पना पर काम शुरू हुआ। इसके पहले वीसी प्रो। एसएन गुहा को बनाया गया। 19 मार्च 2010 उन्होंने अपने फ्लैट से ही काम शुरू किया। फिर एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट से काम होने लगा। 2012 में चाणक्या लॉ विवि के परिसर में जगह मिली। 13 अगस्त 2015 को भवन बनाने का काम शुरू हुआ। एकेयू के वीसी डॉ अरुण कुमार अग्रवाल ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के साथ 'ज्ञान' शब्द जुड़ा है, यह इसे अन्य यूनिवर्सिटी से अलग बनाता है।