पटना-बक्सर के बीच घूम रहा था

साड़ी पहनकर इस अंदाज में मिला जो शायद किसी ने सोचा नहीं होगा। उसके हाव-भाव किन्नरों से मिल रहे थे। वह यूपी मुरादाबाद के भगतपुर थाना के खबरिया घाट का रहने वाला है। सोनू हाजीपुर के एक बड़े रेलवे ऑफिसर का हाऊस गार्ड था। सरकारी नौकरी थी। उसके राजेन्द्र नगर से लापता होने पर ऑफिस की ओर से गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया, जो बाद में किडनैपिंग में बदल गया।

मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर रखा

पुलिस ने जांच शुरू की, उसके मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर रखा। धीरे धीरे यह पता चला कि यह नम्बर पटना से बक्सर के बीच ही रहता है। ऐसे में उससे जिन लोगों की बात होती थी वह भी इसी एरिया में एक्टिव थी। आखिरकार पुलिस ने उसे बक्सर से बरामद किया। वह किन्नरों के साथ उनकी दुनिया में मस्त था। किसी से वास्ता नहीं मगर सोनू यह जरूर कहता है कि उसने छह हजार रुपए कमाए हैं जिसे वह घर भेजने वाला था।

अपनी मर्जी से गया था

सोनू के मन में पता नहीं क्या होता था कि वह किन्नरों के साथ ही जीना चाहता है। उनकी दुनिया में ढल जाना चाहता है। इसके लिए उसने पहले पता किया कि किन्नरों का लीडर कौन है। वह मीठापुर में इनके लीडर संतोष से मिलने गया। बातें की और उसके बाद उनके दल में शामिल हो गया। किन्नरों की ओर से कोई दबाब नहीं था। सोनू ने जीआरपी में बताया कि वह खुद इनके साथ आया। अब भी इन्हीं के साथ रहना चाहता है।