पटना(ब्यूरो)। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले कैंडिडेट के लिए यह अलर्ट करने वाली खबर है। दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) एक लाख 70 हजार 461 शिक्षकों की बहाली के लिए आवेदन की प्रक्रिया 18 मई से आरंभ हो सकता है। एग्जाम 15 से 30 अगस्त के बीच होगी और रिजल्ट नवंबर में आ सकता है। कैंडिडेट प्रच्थमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की रिक्तियों के लिए एक ही आवेदन करेंगे। यदि कोई कैंडिडेट योग्यता रखते हैं तो दो या तीनों पदों के लिए विकल्प दे सकते हैं। आवेदन के दौरान कैंडिडेट को अंगुलियों के निशान देने होंगे। इसका सत्यापन परीक्षा केंद्र पर किया जाएगा। सोमवार को यह जानकारी बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी।

भाषा में 30 अंक लाना जरूरी
100 अंकों के भाषा पत्र (पेपर वन) में अंग्रेजी से 25 और ङ्क्षहदी या बांग्ला या उर्दू से 75-75 अंकों के प्रश्न होंगे। अंग्रेजी की सामान्य समझ पर आधारित प्रश्न के जवाब सभी को देने हैं। दूसरे भाग में ङ्क्षहदी, बांग्ला या उर्दू में किसी एक से संबंधित प्रश्नों के जवाब देने होंगे। कैंडिडेट्स को न्यूनतम अहर्तांक (क्वालीफाइंग) 30 अंक अनिवार्य रूप से प्राप्त करना है। इससे कम अंक होने पर कैंडिडेट मेधा सूची में शामिल नहीं हो जाएंगे। आयोग के अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि 30 अंक संयुक्त रूप से प्राप्त करने हैं। यदि किसी कैंडिडेट ने ङ्क्षहदी, उर्दू या बांग्ला में ही 30 अंक प्राप्त कर लिया है तो वह क्वालीफाई समझा जाएगा। ये अंक मेधा सूची के निर्माण में शामिल नहीं किए जाएंगे।

गलत जवाब पर एक चौथाई अंक कम होंगे
अध्यक्ष ने बताया कि मेधा सूची पेपर दो (सामान्य ज्ञान) के 150 अंकों के आधार पर तैयार की जाएगी। इसका सिलेबस बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के संबंधित कक्षा की पुस्तकें होंगी। लेकिन, प्रश्न का स्तर संबंधित पदों के लिए निर्धारित न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के आलोक में होगा। प्राथमिक में सभी विषयों से प्रश्न चेंगे। वहीं, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक में में 100 प्रश्न संबंधित विषय तथा 50 अंक सामान्य ज्ञान, रीजङ्क्षनग, जनरल एप्टीट््यूट आदि से संबंधित होंगे। पेपर वन में निगेटिव मार्किंग का प्रविधान नहीं है। पेपर दो में गलत जवाब के लिए एक चौथाई अंक कम कर दिए जाएंगे।

वरीयता विकल्प पर बनेगी मेधा सूची
अभ्यर्थी आवेदन में एक से अधिक पदों के लिए विकल्प देते हैं तो उनसे वरीयता मांगी जाएंगी। अध्यक्ष ने बताया कि यदि कोई कैंडिच्ेट प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक तीनों के लिए या किसी दो के लिए आवेदन करते हैं तो उनसे आवेदन के समय ही वरीयता के विकल्प मांगे जाएंगे। यदि किसी कैंडिडेट का चयन दो या तीनों पदों के लिए हो जाता है तो उन्हें उनके द्वारा दी गई वरीयता पद वाली मेधा सूची में शामिल किया जाएगा, अन्य मेधा सूची में वे शामिल नहीं होंगे।

योग्यता के अनुसार करेंगे विषय का चयन
अध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिक के लिए किसी विषय कीच्बाध्यता नहीं है। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक की परीक्षा व चयन विषयवार होना है। यदि चेई कैंडिडेट माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में अलग-अलग विषय की परीक्षा में शामिल होने की योग्यता रखते हैं तो आवेदन में इसका विकल्प दे सकते हैं। योग्यता स्नातक, स्नातकोत्तर, एसटीईटी के आधार पर आंकी जाएगी। प्राथमिक के लिए इंटरमीडिएट, सीटीईटी, बीएड या डिप्लोमा, माध्यमिक के लिए स्चतक, एसटीईटी व बीएड तथा उच्च माध्यमिक के लिए स्नातकोत्तर, एसटीईटी व बीएड निर्धारित है।

बायोमीट्रिक अटेंडेंस लिया जाएगा
शिक्षक अभ्यर्थियों से इस बार आवेदन के साथ ही अंगुलियों के निशान लिए जाएंगे। इसका सत्यापन आधार के साथ-साथ परीक्षा केंद्र पर बायोमीट्रिक अटेंडेंस से होगा। यदि केंद्र पर किसी कैंडिडेट का बायोमीट्रिक निशान मैच नहीं करता है तो परीक्षा से वंचित करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वे पांच साल तक आयोग की किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। केंद्र पर अभ्यर्थियों का प्रवेश एक घंटा पहले तक ही होगा। प्रश्न पत्र का सील अभ्यर्थियों के सामने खुलेगा और परीक्षा समाप्त होने पर ओएमआर शीट भी अभ्यर्थियों के सामने ही सील किया जाएगा। महिला और दिव्यांग अभ्यर्थियों को उनके प्रमंडल में बनाए गए केंद्र पर ही परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। दिव्यांग अभ्यर्थी का केंद्र प्रथम तल पर निर्धारित होगा।