पटना (ब्यूरो)। ठंड बढने के साथ ही सरिसृपि प्रजाति के घडिय़ाल, मगरमच्छ और सांप ने पूरी तरह खाना पीना बंद कर दिया है। संजय गांधी जैविक उद्यान प्रशासन ने वन्यजीवों को ठंड से बचाने की पूरी तैयारी कर ली है। सभी पशुपालकों को विशेषरूप से वन्य प्राणियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। ज्यादा ठंड के कारण शाम तीन बजे के बाद नाइट हाउस खोल दिया गया। अधिकांश वन्य प्राणी नाइट हाउस में चले गए। ठंड के बाद भी चिडिय़ाघर में 4659 दर्शक पहुंचे।
हिरण प्रजाति के वन्य प्राणियों के शेड में पुआल डाला गया है। प्रतिदिन पुआल बदलने का निर्देश दिया गया है। पक्षियों के केज में भी पुआल रखा गया है। ङ्क्षसह, बाघ, तेंदुआ, भालू, छोटी बिल्ली, लोमड़ी, जंगली कुत्ता सहित कई वन्य प्राणी रात्रि में आयल हीटर गर्मी ले रहे हैं। चिम्पैंजी हीटर की गर्मी के साथ कंबल भी ओढऩा पसंद कर रहा है।

दो बार बदला जा रहा पानी
पक्षियों के केजों में दो बार पानी बदला जा रहा है। भालू सहित कई शाकाहारी वन्य प्राणियों को गर्म भोजन दिया जा रहा है। बाघ, शेर ने अपना भोजन बढ़ा दिया है। ज्यादा ठंड रहने के कारण समय पूर्व उद्यान प्रशासन वन्य प्राणियों के नाइट हाउस का दरवाजा खोल दिया। चिम्पैंजी गेट खुलते ही नाइट हाउस में चला गया। भालू का भी यही हाल रहा। उद्यान निदेशक सत्यजीत कुमार ने बताया कि ठंड में किसी वन्य प्राणी पर बुरा प्रभाव न पड़े, इसके लिए कई स्तर पर नजर रखी ज रही है।