-अप्रैल 2020 में 25.99 फीट रहा, जो 2021 फरवरी में घट 21.02 फीट पहुंच गया

GAYA: मार्च में ही गया में जल संकट का खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीण क्षेत्र में वाटर लेवल नीचे जा रहा है। लोगों को संकट से बचाने के लिए पीएचईडी धावा दल लगाया है। गया का वाटर लेवल अप्रैल 2020 में औसतन 25.99 फीट रहा, जो 2021 फरवरी में घट 21.02 फीट पर पहुंच गया। यानि एक वर्ष में 4 फीट वाटर लेवल घटा है। 24 प्रखंड के 332 पंचायत में भी यही स्थिति है।

गया के वार्ड 34 में पानी के लिए रतजगा, सुबह में लाइन

गया शहर के लोगों को पानी पिलाने का जिम्मा नगर निगम के पास था। लेकिन दो वर्ष से यह जिम्मेदारी सरकार ने बुडको को दे रखी है। लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है पानी की समस्या गया शहर में बनते जा रहा है। वार्ड 34 में एक माह से लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। वार्ड में पानी के लिए लोग रतजगा कर रहे है। क्योंकि सुबह सात बजे के आसपास पानी की आपूर्ति होती है। जहां पानी लेने के लिए लोग रात में ही लाइन लगाते हैं।

तो दिनभर पानी के लिए तरसते हैं

रात में जो लोग लाइन में नहीं लगते हैं उसे पूरे दिन पानी के लिए तरसना पड़ता है। ऐसे भी लाइन में लगे व्यक्ति को बाल्टी आधा बाल्टी से अधिक पानी नहीं मिलता है। क्योंकि आपूर्ति दस मिनट से अधिक नहीं होती है।

गया में पानी का कोई संकट नहीं है। कुछ प्रखंड में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष जल स्तर में गिरावट दर्ज की गई है। विभाग जिले में पानी का संकट होने नहीं देगी।

-विवेक कुमार, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, गया

मंगलागौरी पानी टंकी की मरम्मत और सफाई कार्य जारी है। जिस कारण लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। साथ ही मेन पाइपलाइन में चाबी खराब हो गया है। जिससे पानी में प्रेशर कम है। उसे ठीक किया जा रहा है। दो दिनों में पर्याप्त पानी मिलेगा।

-प्रमोद कुमार, कार्यपालक अभियंता बुडको, गया