पटना(ब्यूरो)। राजधानी में बागेश्वर सरकार यानी बागेश्वर बालाजी धाम के पीठाधीश पं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पहुंचते ही उनके स्वागत में मंत्री, सांसद और नेताओं की लाइन लगी रही। वे सुबह 7.55 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज ङ्क्षसह और सांसद रामकृपाल यादव ने उनका स्वागत किया। भोजपुरी अभिनेता सह सांसद मनोज तिवारी उनके सारथी बने। वे उन्हें एयरपोर्ट से गांधी मैदान स्थित होटल तक ले गए। पटना एयरपोर्ट पर बाहरी लोगों का प्रवेश सुरक्षा कारण से बंद था। होटल के पास भी भारी भीड़ थी। इस कारण स्थिति नियंत्रित करने में पुलिसकर्मियों को जमकर मशक्कत करनी पड़ी।

आरती में शामिल हुए मंत्री व सांसद
बागेश्वर बालाजी धाम के पीठाधीश पं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री होटल में विश्राम के बाद शाम करीब 4 बजे नौबतपुर के तरेत पाली वैष्णव पीठ प्रांगण के लिए रवाना हुए। शाम में 4.45 बजे मंच पर पहुंचकर हनुमान की आरती से कथा वाचन आरंभ किया। नौबतपुर के तरेत पाली वैष्णव पीठ में हनुमान की आरती के साथ बागेश्वर बालाजी धाम के पीठाधीश पं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पांच दिवसीय हनुमंत कथा का शुभारंभ किया। बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा का अभिवादन किया। आरती में केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, गिरिराज ङ्क्षसह, सांसद रविशंकर प्रसाद, रामकृपाल यादव, मनोज तिवारी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा आदि शामिल हुए। बाबा ने कथा का आरंभ सुंदरकांड से किया। बीच-बीच में गीत-संगीत में श्रोताओं ने बाबा का साथ दिया।

बिहार हमारी आत्मा है : धीरेंद्र शास्त्री
इससे पहले बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने पटना एयरपोर्ट पर कहा कि बिहार हमारी आत्मा है और यह हमारे दिल में बसता है। सच बोलें तो बिहार के लोगों जैसा हृदय कहीं के लोगों का नहीं होता है। बिहार में अब बहार आएगी। यह पूछे जाने पर कि आप यहां ङ्क्षहदू-मुस्लिम करेंगे तो आपका विरोध किया जाएगा, उन्होंने कहा कि वे ङ्क्षहदू-मुस्लिम नहीं, बल्कि ङ्क्षहदू-ङ्क्षहदू करने वाले लोग हैं साहब। राजनेता नहीं है। हनुमंत कथा सनातन धर्म की बात कहती है और हम उसकी ही बात करते हैं।

बागेश्वर धाम में कैंसर अस्पताल का निर्माण
उन्होंने कहा कि बागेश्वर बालाजी धाम की ओर से 2028 तक धाम के आसपास ही कैंसर अस्पताल का निर्माण होना है। धाम की ओर से बीते चार वर्षों से देश की गरीब बहन-बेटियों का विवाह धन की बाधा दूर कर महाशिवरात्रि के दिन कराया जा रहा है। इस वर्ष जिन 121 बेटियों की शादी कराई गई, उनमें 52 के माता-पिता नहीं थे। इनमें बिहार की पांच बेटियां शामिल थी।

जीवन तो भैया इक रेल है
हनुमंत कथा के एक घंटे लाइव में 20 हजार व्यू देखे गये। हनुमंत कथा के दौरान गीत Óजीवन तो भैया इक रेल है, कभी पैसेंजर कभी मेल हैÓ पर श्रद्धालु खूब झूमे।