किसी को एवरेज मार्किंग की शिकायत करनी थी
ये कहानी उन मेजौरिटी स्टूडेंट्स की है, जो शिकायत लेकर आज बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड पहुंचे थे। किसी को सर्टिफिकेट बनवाने की चिंता थी, तो किसी को एसटीईटी के एडमिट कार्ड में डेट ऑफ बर्थ सही करवानी थी। तो किसी को एवरेज मार्किंग की शिकायत करनी थी।

काउंटर नहीं खुला तो बवाल
इस तरह एक नहीं बल्कि सैकड़ों स्टूडेंट्स अपनी प्रॉब्लम को लेकर बिहार बोर्ड और काउंसिल में सुबह से ही लाइन लगाए खड़े रहे। काउंटर खुलने का इंतजार करते रहे, लेकिन काउंटर नहीं खुला। सुबह से दोपहर और फिर शाम के 4 बज गए। 4 बजते ही स्टूडेंट्स ने शुरू किया बवाल। बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के मेन गेट को तोड़ कर अंदर चेयरमैन से मिलने की जिद करते रहे। ऐसा ही कुछ हाल काउंसिल में इंटरमीडिएट वाले स्टूडेंट्स का था। वो पूरे दिन काउंटर का चक्कर लगाते रहे, लेकिन काउंटर नहीं खुला.

मांग पूरा होने के बाद ही करेंगे काम
वहीं बिहार काउंसिल के कर्मचारी संघ ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक समायोजन की मांग नहीं मानी जायेगी, तब तक स्ट्राइक जारी रहेगा। इस संबंध में संघ के महासचिव अनिल कुमार सिंह ने बताया कि हमें बस आश्वासन मिलती है। समायोजन करने के लिए एक कमेटी भी बनी है, लेकिन अभी तक समायोजन नहीं किया गया है। 500 कर्मचारी स्ट्राइक पर चले जाने से काउंसिल का सारा काम ठप है। बोर्ड में कुछ कर्मचारी जो बोर्ड के है, उन्हीें के बल पर एक दो काउंटर मंगलवार को खुला रहा। इसी काउंटर से थोड़ा बहुत काम हो सका.

हमारा प्रोसेस चल रहा है। समायोजन के लिए कमिटी बनी थी। इसका रिपोर्ट आया था। और यह रिपोर्ट हमने कर्मचारियों को दे दिया है। लेकिन फिर भी समझ में नहीं आता कि हड़ताल पर क्यूं गये है.
राजमणि प्रसाद, चेयरमैन, बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड