- कई सेंटर सुपरिंटेंडेट ने अब तक नहीं भेजा है प्रैक्टिकल की मार्कशीट

- 15 मई तक आने वाला था रिजल्ट, 12 लाख स्टूडेंट्स ने दिया था एग्जाम

PATNA: शिक्षकों की स्ट्राइक पर चले जाने से स्टेट की पूरी शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो गई है। प्राथमिक से हायर सेकेंडरी तक एक भी स्कूल मंगलवार से नहीं खुलेंगे। वहीं, स्ट्राइक के कारण मैट्रिक की कॉपियों की जांच भी अभी अधर में लटका है। बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने पहले ही कहा था कि हम इंटर का रिजल्ट क्भ् मई तक और मैट्रिक का रिजल्ट मई के लास्ट वीक तक घोषित कर देंगे, पर स्ट्राइक की वजह से ऐसा नहीं लगता कि इंटर का रिजल्ट समय से आ पाएगा।

क्फ् अप्रैल तक भेज देने थे

मालूम हो कि इंटर की परीक्षा स्टेट में लगभग दो हजार सेंटर्स पर हुए थे। सभी सेंटर सुपरिटेंडेंट को कहा गया था कि इंटर के प्रैक्टिकल का मा‌र्क्स और कॉपी क्फ् अप्रैल तक संबंधित जिले के डीईओ तक जमा कर देना है, पर अभी कई सेंटर्स ऐसे हैं जिन्होंने प्रैक्टिकल मा‌र्क्स भेजा ही नहीं है। बोर्ड के ऑफिसर ने बताया कि चालीस से भी अधिक सेंटर ने अब तक इंटर के प्रैक्टिकल के अंक पत्र के साथ-साथ अन्य परीक्षा अभिलेख जमा नहीं किए हैं। ऑफिसर का कहना है कि यदि एक-दो दिनों में डॉक्यूमेंट जमा नहीं किया गया, तो रिजल्ट पब्लिश करने में काफी परेशानी होगी।

क्ख् लाख से अधिक स्टूडेंट्स इंटर में

मालूम हो कि झारखंड सहित कई स्टेट में इंटर का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। सीबीएसई भी इसी महीने अपना रिजल्ट जारी करने जा रही है, पर बिहार इंटर के क्ख् लाख क्0 हजार परीक्षार्थी के भविष्य पर भी अब ताला लटक गया है। बोर्ड की ओर से सभी सेंटर सुपरिटेंडेंट को आदेश जारी किया गया है कि वे ख्ब् घंटे के अंदर रिजल्ट संबंधित डीईओ या फिर बोर्ड में जमा करें।

जिस केंद्राधीक्षकों ने अब तक प्रैक्टिकल का मा‌र्क्स नहीं भेजा है, उन्हें चौबीस घंटे के अंदर प्रैक्टिकल का अंक पत्र जारी करने को कहा गया है। यदि वे ऐसा नहीं करते, तो बच्चों का रिजल्ट लेट हो जाएगा, ऐसी परिस्थिति में दोषी केंद्राधीक्षक पर कार्रवाई की जाएगी।

निवास चंद तिवारी, सेक्रेटरी, बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड