- पारस हॉस्पीटल के डॉक्टर द्वारा कराए गए टेस्ट में सामने आया मामला

- ऑपरेशन करने वाले डॉ प्रमोद कुमार झा के खिलाफ एफआईआर दर्ज

PATNA : स्टोन का ऑपरेशन बोल डॉक्टर ने पेशेंट की एक किडनी ही चोरी कर ली है। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा सोमवार को हुआ। पेशेंट ने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर के खिलाफ पटना के एसके पुरी थाने में एफआईआर दर्ज कराया है।

दरअसल, ये मामला जुड़ा है कटिहार के बरारी थाना के तहत कठोतिया गांव के रहने वाले मो। रफी से। अक्सर पेट में दर्द होने की शिकायत ले फ्भ् साल के मो। रफी फैमिली के साथ इलाज कराने पटना आए थे। ख्0 मई को बसावन पार्क के पास स्थित डा। प्रमोद कुमार झा के बीके सर्जिकल नर्सिग होम पहुंचे। कुछ टेस्ट कराने के बाद डॉक्टर ने स्टोन का ऑपरेशन बोल एडमिट होने को कहा। उसी दिन मो। रफी एडमिट भी हो गया। डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया। लेकिन ऑपरेशन होने के बाद भी उसकी परेशानी कम नहीं हुई, बल्कि पहले की अपेक्षा उसका दर्द और बढ़ गया।

रेफर कर झाड़ लिया अपना पल्ला

पेशेंट की बढ़ती परेशानी को देख डॉक्टर प्रमोद कुमार झा ने उसे बेली रोड स्थित पारस हॉस्पीटल रेफर कर दिया। पारस के डॉक्टर ने कुछ नए टेस्ट कराए। रिपोर्ट आने पर पता चला कि उसकी एक किडनी है ही नहीं। जिसके बाद पूरा मामला सामने आया।

ऐसा नहीं करता तो मर जाता पेशेंट

पारस हॉस्पीटल की रिपोर्ट के बाद मो। रफी को लेकर उसके फैमिली वाले डा। प्रमोद के पास लेकर आए। फैमिली वालों ने पूछा कि उसकी किडनी क्यों निकाली? पहले तो डॉक्टर सकपकाया। फिर बोला कि ऐसा नहीं करते तो वो मर जाता। उसकी किडनी में खून बह रहा था। पेशेंट के मरने की संभावना थी। इसलिए बगैर बताए कर लिया।

जांच में जुटी पुलिस

मामला सामने आने के बाद मीडिया डॉक्टर के क्लीनिक पहुंची। लेकिन डॉक्टर वहां नहीं मिले। इस बारे में एसके पुरी थाने के एसएचओ की मानें तो डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर कर लिया गया है। पूरे मामले की छानबीन जारी है। दोषी पाए जाने पर डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

हमें इस प्रकार की शिकायत कहीं से नहीं मिली है। यदि शिकायत मिलती है तो पूरे मामले की जांच कर आईएमए अपना पक्ष रखेगा।

- डॉ। सच्चिदानंद कुमार, प्रेसिडेंट, आईएमए बिहार