- एबी नेगेटिव ब्लड का स्टॉक खत्म

- अचानक डिमांड बढ़ने से जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रहा ब्लड

PATNA : कोरोना संक्रमण का असर ब्लड बैंक पर भी पड़ रहा है। राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच के ब्लड बैंक में भी ब्लड की किल्लत होने लगी है। जरूरतमंदों को काफी परेशानी का सामना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, कोरोना महामारी के कारण ब्लड डोनेशन का कार्य प्रभावित हो रहा है। इसका असर पेशेंट पर पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण की वजह से ब्लड डोनेशन के लिए लोग नहीं आ रहे हैं। पीएमसीएच के ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ। आरएन शुक्ला ने बताया कि ब्लड की डिमांड अचानक बढ़ गई है। इस समय आम लोग या किसी एनजीओ का भी सपोर्ट नहीं मिल रहा है।

450 यूनिट की क्षमता

पीएमसीएच में 450 यूनिट ब्लड स्टोर करने की क्षमता है। डॉ। आरएन शुक्ला ने बताया कि इस समय कहीं भी ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन नहीं हो रहा है। इस वजह से बैंक में ब्लड की कमी हो गई है। उन्होंने बताया कि जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हुई थी तब ब्लड बैंक में 387 यूनिट ब्लड मौजूद था। डिमांड बढ़ने के कारण ब्लड का स्टॉक कम हो गया है।

एबी निगेटिव की किल्लत

डॉ आरएन शुक्ला ने बताया कि पीएमसीएच में फिलहाल एबी नेगेटिव और ए पॉजिटिव ब्लड ग्रुप की किल्लत है। उन्होंने बताया कि इस समय सबसे ज्यादा इसी ब्लड ग्रुप की डिमांड हो रही है। ब्लड बैंक में काफी समय से एबी नेगेटिव ब्लड नहीं है। वर्तमान समय में ए पॉजिटिव ब्लड की सबसे ज्यादा डिमांड है। उन्होंने कहा कि वे ब्लड लेने आने वाले लोगों से अपील करना चाहेंगे कि रिप्लेसमेंट की भी व्यवस्था साथ में करके आएं ताकि किसी का भी काम बाधित नहीं हो। साथ ब्लड डोनेशन भी अधिक से अधिक प्रमोट किए जाएं।

थैलेसीमिया के पेशेंट पर मार

पीएमसीएच में ब्लड की कमी की सबसे ज्यादा मार थैलेसीमिया के पेशेंट पर पड़ रही है। जिन पेशेंट के पास जुगाड़ या पैसा वे किसी तरह ब्लड की व्यवस्था कर ले रहे हैं। वह इधर-उधर से ब्लड का प्रबंध कर ले रहे हैं। लेकिन जिनके पास पैसा नहीं है और पीएमसीएच के भरोसे हैं, उन्हें परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि पीएमसीएच में राज्य के विभिन्न जिलों से पेशेंट आते हैं। ब्लड की कमी की वजह से उन्हें भागदौड़ करनी पड़ रही है।

मिलती है जिंदगी

ब्लड बैंक से खून नहीं, लोगों को जिंदगी भी मिलती है। पीएमसीएच में एक्सीडेंट के केस ज्यादा आते हैं। समय पर उन्हें ब्लड मिलने की वजह से उनकी जान बच जाती है। ब्लड बैंक में ब्लड की कमी की वजह से पेशेंट की जान अटकी रहती है। पीएमसीएच में ब्लड बैंक 24 घंटे काम करता है। यहां हर जरूरतमंद को आसानी से ब्लड मिल जाता है। इस वजह से गरीब पेशेंट की भी जान बच जाती है। जानकारी के अनुसार, हर दिन पीएमसीएच के ब्लड बैंक से 35 से 50 यूनिट तक खून पेशेंट को दी जाती है।

भटक रही महिला

मधुबनी से आई एक महिला ब्लड के लिए भटक रही है। पीएमसीएच में वह अपने बच्चे का इलाज कराने आई है। डॉक्टर ने दो यूनिट ब्लड की मांग की थी। जब वह ब्लड बैंक गई तो बताया गया कि एबी नेगेटिव ब्लड नहीं है। अनजान शहर में उसके जानने वाले कोई नहीं है। लोगों से ब्लड उपलब्ध कराने की गुहार लगा रही है।

डिमांड बढ़ने से ब्लड बैंक में ब्लड की कमी हो गई है। कोरोना संक्रमण की वजह से एनजीओ की ओर से भी ब्लड नहीं मिल पा रहा है। फिल्हाल ए पॉजिटिव और एबी नेगेटिव ब्लड ग्रुप की ज्यादा किल्लत है।

- डॉ। आरएन शुक्ला, इंचार्ज, ब्लड बैंक पीएमसीएच