पटना (ब्यूरो)। कोरोना की वजह से दिल्ली सहित पूरे देश से यात्रियों का आवागमन लगा रहता है। बिहार सरकार द्वारा संचालित बांकीपुर बस स्टैंड में यात्री किराया के अलावा लगेज किराया भी कंडक्टर को देना पड़ता है। लगेज का किराया नहीं रहने पर आप बस में चढऩे के योग्य नहीं है। इसके लिए चढऩे से पहले बस में मौजूद कंडक्टर और खलासी सामान की संख्या को देखकर पैसेंजर से सौदा तय करते हैं। नवादा, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, पूर्णिया, बेतिया, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर सहित अन्य शहरों का दूरी के हिसाब से कंडक्टर ही किराया तय करते हैं। इसकी शिकायत दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास पिछले कई दिनों से आ रही थी। हकीकत जानने के लिए हमारी टीम ने इस पूरे खेल का स्टिंग ऑपरेशन किया तो सामने आया बस कंडक्टर के वसूली का खेल।

इस तरह हुआ खुलासा
लगेज के नाम पर किराया वसूली के इस खेल को उजागर करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट का रिपोर्टर बांकीपुर बस स्टैंड पहुंचा। एक ऐसे पैसेंजर को हायर किया जिनके पास लगेज ज्यादा थे। पैसेंजर के साथ रिपोर्टर बस कंडक्टर के पास गया और लगेज दिखाते हुए उसे बस में रखवाने की बात कही। तभी कंडक्टर ने कहा कि सामान ज्यादा है। इसका लगेज चार्ज लगेगा। रिपोर्टर के पूछने पर कंडक्टर ने कहा कि अधिक सामान रहने पर लगेज चार्ज हर किसी को देना पड़ता है इसलिए आपको भी देना पड़ेगा। ये पूरा खेल की तस्वीर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के खुफिया कैमरे में कैद है।

हर कार्टन के 125 रुपए
पटना से नवादा जाने वाले पैसेंजर जैसे ही बस के पास पहुंचे तो वहां मौजूद कंडक्टर ने कहा कि 4 कार्टन है। इस हिसाब से 5 सौ रुपए हुआ। 400 देंगे तो काम चल जाएगा। बांकीपुर बस स्टैंड में खुलेआम खेल हो रहा है। लेकिन इन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं है। प्रशासन से लेकर बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारी तक ऐसे दलालों पर एक्शन नहीं ले रहे हैं।

सरकारी खजाना को नुकसान
नवादा जाने वाले ये पार्सल तो एक उदाहरण है। बांकीपुर बस स्टैंड में सैकड़ों पैसेंजर प्रतिदिन अधिक सामान के साथ अपने गंतव्य तक कंडक्टर को चढ़ावा देकर जाते हैं। इससे न सिर्फ पैसेंजर से ठगी हो रही है बल्कि सरकारी राजस्व को चूना लग रहा है। अधिक लगेज होने पर अगर काउंटर से बुकिंग की जाए तो बुकिंग की राशि सीधे सरकार के खजाना में जाएगी।

लगेज बुकिंग करने की व्यवस्था बांकीपुर बस स्टैंड में है। किसी यात्री से अगर कोई बस कंडक्टर लगेज के नाम पर पैसा वसूली कर रहा है तो गलत है। वैसे इसे दिखाकर कारवाई करवाता हूं।
- अरविंद कुमार, आरएम बांकीपुर बस प्रतिष्ठान पटना