निजीकरण के विरोध में बैंक में लटके रहे ताले, कैश के लिए जूझते रहे लोग

- मंगलवार को भी जारी रहेगी स्ट्राइक

PATNA :

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में तमाम बैंक एसोसिएशन की ओर से सोमवार से दो दिवसीय बैंक स्ट्राइक शुरू हुआ। इसका व्यापक असर हर तरफ दिखा। स्ट्राइक के कारण 70 हजार करोड़ रुपए का लेनदेन बाधित हुआ।

सभी बैंक ब्रांचों में ताले लटके रहे और गेट के सामने ही नारेबाजी होती रही। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर सोमवार से शुरू राष्ट्रव्यापी बैंक स्ट्राइक का पटना सहित राज्य भर में व्यापक असर देखने को मिला। सुबह दस बजे के पहले ही बैंक कर्मचारी व अधिकारी मंडल और रीजनल बैंक ऑफिस के सामने धरना पर बैठ गए। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ग्रामीण बैंक व वाणिज्यिक बैंक के ब्रांच बंद रहे। मंडल और क्षेत्रीय कार्यालयों पर जमकर नारेबाजी भी हुई।

70 हजार करोड का नुकसान

बैंक यूनियनों ने दावा किया कि हड़ताल की वजह से बिहार में 70 हजार करोड़ रुपए का लेनदेन बाधित हुआ है। बिहार प्रोविंसियल बैंक इम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव और ऑल इंडिया बैंक इम्पलाइज एसोसिएशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी अनिरूद्ध कुमार ने बताया कि स्ट्राइक पूरी तरह से सफल रही है। इसमें कुछ प्राइवेट बैक जैसे फेडरल बैंक के कर्मचारियों ने भी समर्थन किया है। ब्रांच स्तर के सभी काम ठप रहे।

6000 ब्रांच रहे बंद

ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष डॉ। कुमार अरविंद ने कहा कि बैंक हड़ताल का बिहार में व्यापक असर पड़ा है। सरकारी बैंकों की लगभग 6000 शाखाएं बंद रहीं। भारतीय स्टेट बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव अजीत मिश्रा ने कहा कि पूरे बिहार में भारतीय स्टेट बैंक की सभी शाखाएं बंद हैं। स्ट्राइक कल भी जारी रहेगा।

एटीएम कहीं खुले, कहीं बंद

एटीएम कहीं बंद कहीं खुले मिले। पटना जंक्शन, मीठापुर बस पड़ाव, गांधी मैदान इलाके में एटीएम खुले रहे। मोहल्ले के एटीएम भी खुले रहे, लेकिन प्रमुख सड़कों पर स्थित एटीएम बंद मिले। इसके कारण नकदी का संकट रहा। बिहार में करीब छह हजार से अधिक एटीएम हैं। इसमें जो एटीएम ब्रांच के साथ हैं केवल उनमें ही कैश डाला गया।

आज कैश का होगा टोटा

यूं तो सोमवार को बैंक कर्मियों के पहले दिन के स्ट्राइक के कारण कई एटीएम में कैश का संकट दिखा। लोग पहुंचे लेकिन कैश नहीं मिलने की शिकायत मिली। वहीं, इसके दूसरे दिन मंगलवार को इसका व्यापक असर रहने की संभावना है। बैंक कर्मचारियों ने इसके लिए पहले ही सरकार को भी चेतावनी दे दी थी। जानकारी हो कि पटना में करीब 950 एटीएम हैं। इसमें से अधिकांश एटीएम पहले ही खाली हो गए हैं।

चूड़ी दिखाकर विरोध किया

अपने इश्यू को खास अंदाज में पेश करने के लिए महिला बैंक कर्मियों ने चूड़ी दिखाकर सरकार की आलोचना की। इसके लिए बड़ी संख्या में महिला बैंक कर्मी कोतवाली के पास इलाहाबाद बैंक के गेट के सामने प्रदर्शन किया। साथ ही सरकार के द्वारा निजीकरण के विरोध में नारे लगाए।

विधायकों ने भी किया समर्थन

इस मामले को लेकर सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए पटना की सड़कों पर सीपीआईएमएल के विधायक उतरे। बैंक कर्मचारियों और उनके नेताओं से मिलकर उनकी मांगों का समर्थन करने ये सभी आर ब्लॉक सहित विभिन्न जगहों पर पहुंचे। इसमें से छह विधायक एग्जीबिशन रोड स्थित केनरा बैंक के रीजनल ब्रांच लव कुश टावर भी पहुंचे। इनमें पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ, घोसी के विधायक रामधनी प्रसाद यादव और फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास सहित तीन और विधायक शामिल रहे।

बिहार में बंद रहे बैंक ब्रांच - 6000

ग्रामीण बैंक ब्रांच 2110

बिहार में एटीएम - 6639

पटना में एटीएम - लगभग 950

प्राइवेट एटीएम - 1042