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PATNA :आप में से कई लोगों ने गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट प्रदूषण जांच केन्द्र से बनवाया होगा लेकिन आपने यह ध्यान नहीं दिया होगा कि जो मशीन आपके गाड़ी की प्रदूषण जांच रही है वह सही है या नहीं? नियमत: इन मशीनों की समय-समय पर जांच की जानी चाहिए। लेकिन इसकी जांच को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इस मामले पर जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शहर के कई प्रदूषण जांच केन्द्रों का स्टिंग ऑपरेशन किया तो सच्चाई सामने आ गई। सभी सेंटर्स ने इसकी जांच के अंतराल का समय

अलग-अलग बताया। यह भी बताया कि बिहार राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के पदाधिकारी इसकी जांच के लिए आते हैं। जब हमने इस बारे में बिहार स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से बात की तो उनका जवाब हैरान करने वाला था। उन्होंने कहा कि हम कभी भी फील्ड में जाकर मशीनों की जांच नहीं करते हैं.ऐसे में यह साफ जाहिर है कि प्रदूषण जांच केंद्र झूठ बोल रहे हैं। हवा में पॉल्यूशन सर्टिफिकेट तैयार किए जा रहे हैं।

प्रदूषण जांच केंद्रों का झूठ

बिहार स्टेट कंट्रोल पॉल्यूशन के ऑफिशियल यहां पर समय-समय पर आकर हमारी मशीनों की जांच करते हैं। अगर हमारी मशीनों में कोई गड़बड़ी होती है तो तुरंत उसे ठीक कर लिया जाता है।

पॉल्यूशन बोर्ड ने बताया सच

हम प्रदूषण जांच केंद्रों के मशीनों की जांच फील्ड में जाकर नहीं करते हैं। जांच केंद्रों के संचालकों को मशीन लेकर हमारे पास आना पड़ता है। इसके बाद हम जांच की प्रक्रिया करते हैं।