हर स्टूडेंट का रिकॉर्ड अपने पास रखेगा

सीबीएसई द्वारा 2013-14 सेशन से 9वीं और 10वीं के स्टूडेंट्स को एक यूजर आईडी नंबर दिया जाएगा। इसके माध्यम से बोर्ड हर स्टूडेंट्स का रिकॉर्ड अपने पास रखेगा। वहीं, स्टूडेंट्स बोर्ड के एक मेंबर के रूप में हमेशा रजिस्टर्ड हो जाएंगे।

स्कूल भेजे स्टूडेंट्स की लिस्ट

सीबीएसई ने इसके लिए तमाम स्कूलों को नोटिस भेजी है। इस नोटिस के तहत हर स्कूलों को 9वीं और 10वीं में टोटल स्टूडेंट्स की संख्या भेजना होगा। इस संबंध में सीबीएसई के सिटी को-ऑर्डिनेटर डॉ। राजीव प्रसाद सिन्हा ने बताया कि हर स्कूलों से लिस्ट मांगा जा रहा है। इससे बोर्ड के पास 9वीं और 10वीं के तमाम स्टूडेंट्स की लिस्ट होगी।

फर्जी स्कूलों पर लगेगा लगाम

सीबीएसई के इस योजना से उन स्कूलों को नुकसान होगा, जो अपने स्टूडेंट्स को दूसरे स्कूल से एग्जाम दिलवाते थे। इस संबंध में सीबीएसई रीजनल ऑफिस के रीजनल ऑफिसर एसयू सोरटे ने बताया कि कई बार ऐसा होता है कि स्कूल में स्टूडेंट््स की संख्या कुछ और होती है, लेकिन जब बोर्ड एग्जाम होता है तो संख्या कई गुणा अधिक हो जाता है। इससे एक स्कूल का रिकॉर्ड अनबैलेंस्ड हो जाता है, लेकिन लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स के देने के बाद इस तरह की चीजों पर रोक लगेगी.

 
स्कूलों से मांगी गई जानकारी

- स्कूल में एसए-वन और एसए-टू में कितने स्टूडेंट्स एपीयर हुए।

- एसए-वन देने वाले तमाम स्टूडेंट्स के माक्र्स, ग्रेड भेजना होगा।

- स्कूल बेस्ड इंटरनल एसेसमेंट की जानकारी।

- सब्जेक्टवाइज स्टूडेंट्स की संख्या।

- प्रैक्टिकल प्रोसेस।

- लैब प्रोसेस।

 

स्टूडेंट्स को होगा फायदा

- यूजर आईडी के साथ हर स्टूडेंट्स को एक पासवर्ड दिया जाएगा।

- स्टूडेंट्स अपनी हर डिटेल्स सीबीएसई की वेबसाइट पर देख पाएंगे।

- एसए-वन या एसए-टू में उन्हें कितने माक्र्स आएंगे, इसकी भी जानकारी स्टूडेंट्स को मिल जाएगी।

- स्कूल में इंटरनल एग्जाम और प्रैक्टिकल के माक्र्स भी स्टूडेंट्स देख पाएंगे।

- एक स्टूडेंट्स की चीजों को दूसरा नहीं देख पाएगा.

 

टोटल स्टूडेंट्स की फिक्स संख्या हमारे पास हो और सेमेटिव एसेसमेंट सही से चले, इसलिए इसकी शुरुआत की जा रही है। इस यूजर आईडी से स्टूडेंट्स ऑनलाइन डायरेक्ट हमसे जुड़ सकेंगे। इस पूरी लिस्ट को सीबीएसई की वेबसाइट पर देखा जा सकेगा।

एमसी शर्मा, कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन, सीबीएसई