PATNA: आखिरकार मंगलवार को लोजपा को चिराग मिल ही गया। यानी विधिवत रूप से चिराग पासवान को राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान सौंप दी गई। अभी तक वे पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष थे। लोजपा के संस्थापक सह केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का मानना है कि पार्टी अब युवा हो गई है इसलिए कमान युवाओं के हाथ में ही रहनी चाहिए। मुख्य रूप से लोजपा की जमीन बिहार में है। छह सांसद वाली पार्टी लोजपा ने पंद्रह दिन पहले राज्य इकाई की कमान प्रिंस राज को सौंपी थी जो चिराग से भी कम उम्र के हैं।

रामविलास का भरोसा चिराग में कुछ यूं है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले लोजपा एनडीए का हिस्सा नहीं थी। चिराग ने ही तय किया कि लोजपा एनडीए का हिस्सा बनेगी। तब अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही लोजपा को छह सीटें मिल गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनकी तारीफ कर चुके हैं।