- दो दिन पहले गायनी विभाग में हुआ था जन्म

- नवजात के परिवार ने नर्स पर लगाया लापरवाही का आरोप

PATNA : एनएमसीएच की शिशु गहन चिकित्सा इकाई में बुधवार की सुबह नवजात की मौत होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि इलाज में नर्सों द्वारा लापरवाही बरती गई है। परिजन ने यह भी कहा कि नवजात को गलत दवा या दवा की गलत डोज दे दी गई। इस पूरे मामले पर शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ। विनोद कुमार सिंह ने कहा कि नवजात की हालत गंभीर थी। नर्सों पर लगाए जा रहे लापरवाही के आरोप कि वह जांच करेंगे।

दानापुर निवासी रवि उपाध्याय ने बताया कि उनकी पत्नी राधिका देवी ने पांच अगस्त की शाम एनएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति विभाग में बड़ा ऑपरेशन से स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जन्म के बाद नवजात को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। डॉक्टर ने इसे अस्पताल परिसर स्थित नवजात गहन चिकित्सा इकाई निक्कू में भर्ती करने को कहा। परिजन ने बताया कि निकु में इलाज चल रहा था। बुधवार की सुबह करीब चार बजे नवजात पूरी तरह से ठीक था। कुछ देर बाद ही डॉक्टर ने उसकी मौत होने की जानकारी दी। नवजात के दादा अश्वनी उपाध्याय ने बताया की नवजात का हाल जानने के लिए जब नानी निकू में गई तो नवजात शौच और पेशाब पर दो घंटे से लेटा था। उसके शरीर पर नीला धब्बा पड़ चुका था। परिजनों का आरोप है कि निक्कू में ड्यूटी के दौरान नर्स अधिकांश समय मोबाइल पर व्यस्त रहती हैं। डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशानुसार व नवजात की देखभाल एवं उन्हें दवा नहीं देती हैं। रात में मच्छरदानी लगा कर आराम से सो जाती हैं।