PATNA: सोमवार को सीएनएलयू कैंपस में क्लैट एग्जाम के पीडि़तों का आक्रोश देखते ही बन रहा था। सोशल वर्कर दिव्यांशु शेखर की अगुआई में दिन भर प्रदर्शन चला। इसमें विभिन्न राज्यों से आये क्लैट ख्0क्7 के पीडि़त अभ्यर्थियों ने अपनी पीड़ा मीडिया के सामने रखा। सभी ने एकस्वर में कहा कि यह परीक्षा निष्पक्ष तरीके से दोबारा होनी चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की प्रतियां बांटकर इसके बारे में सभी को अवेयर भी किया। मालूम हो कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 'क्लैट में टूटा कानून' खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद से पीडि़त छात्रों के आक्रोश को बल मिला।

रजिस्ट्रार से नहीं मिलने दिया

शेखर ने आरोप लगाया कि वे प्रदर्शनकारियों के साथ रजिस्ट्रार से मिलकर इस समस्या से अवगत कराना चाहते थे और जवाब भी चाहते थे। लेकिन सिक्योरिटी ने मिलने से रोक दिया। इतना ही नहीं गाडर््स बार- बार प्रदर्शनकारियों को बाहर जाने के लिए कह रहे थे। इससे छात्रों के बीच तनाव का माहौल बन गया।

आइसा ने भी संभाला मोर्चा

इस प्रदर्शन के खिलाफ छात्र संगठन आइसा ने भी ताकत झोंक दी। सोमवार सुबह आइसा के प्रदर्शनकारी छात्र सीएनएलयू कैंपस के सामने एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे। आइसा के राज्य अध्यक्ष मोख्तार ने कहा कि पूरे मामले में धांधली हई है। इसे रद्द करते हुए इसकी जांच सीबीआई या अन्य निष्पक्ष एजेंसी से स्वंतत्र जांच की जानी चाहिए। उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई। प्रदर्शन में अमित, राम जी यादव, ,विकाश यादव, विक्की, प्रेम प्रकाश सहित दर्जनों छात्र थे।

फाइनेंसियल हेड ने माना, रजिस्ट्रार का इनकार

सीएनएलयू में पीडि़त छात्रों से फाइनेंसियल हेड की बात हुई। इससे पहले वे एग्जाम कंट्रोलर से मिलने गए थे। शेखर ने इस बात की पुष्टि की कि एक घंटे की वार्ता के बाद फाइनेंसियल हेड ने क्लैट ख्0क्7 में आपत्ति को माना। लेकिन कहा कि वीसी ही इस बारे में स्पष्टीकरण दे सकते हैं। उधर, रजिस्ट्रार डॉ एसपी सिंह से जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बात की तो कहा कि कोई गड़बड़ी नहीं है। हर स्टेट का अपना रिजर्वेशन होता है। बिहार में भी यह कटेगरी वाइज है। मेरिट चेंज होने की बात निराधार है। कहा कि वर्तमान परीक्षा संचालक पहले भी दो बार यह परीक्षा करा चुका है। इसलिए आरोप गलत हैं।