PATNA: पूरे देश में शराबबंदी लागू होनी चाहिए। यह काम केंद्र सरकार का नहीं है। राज्य सरकारों को इस मामले में पहल करनी चाहिए। यह बातें सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को कही। वे विधानसभा स्थित अपने कक्ष में यूपी की घटना के संदर्भ में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और कर्नाटक की टीम ने बिहार के गांवों में जाकर शराबबंदी का अध्ययन किया है। जिस वक्त यूपी में अखिलेश यादव की सरकार थी, उस समय मैंने उन्हें भी शराबबंदी लागू करने का परामर्श दिया था। यूपी की वर्तमान सरकार से भी यही अपेक्षा है। यह समाज सुधार के लिए काफी जरूरी कदम है।

हर व्यक्ति को एक रास्ते पर लाना कठिन

सीएम ने कहा कि शराबबंदी की वजह से अगर सामने शराब का विकल्प नहीं रहेगा तो चंद लोग ही गड़बड़ करने वाले रहेंगे। जो दाएं-बाएं करेंगे उन्हें समझाइए। उन्होंने कहा कि कोई आदमी यह दावा नहीं कर सकता कि हरेक व्यक्ति को वह एक रास्ते पर ला देगा। कुछ लोगों की मानसिकता ही विकृत होती है। लोगों के बीच सामाजिक अभियान चलाए जाने की जरूरत होती है। सीएम ने कहा कि यह सोचना संभव है क्या कि सिस्टम का कोई भी व्यक्ति गड़बड़ नहीं करेगा? यह असंभव है। क्योंकि ताकत का दुरुपयोग करने वाले होते ही हैं। होम डिलेवरी की बात पता चली है और यह बात सामने आई है कि धंधेबाजों द्वारा इस काम में कम उम्र के बच्चों को लगा दिया जा रहा है। होम डिलेवरी की बात करने वालों को बताना चाहिए इसके बारे में। जिम्मेवारी अगर सब लोग नहीं निभाएंगे तो क्या सब कुछ सरकार ही करेगी? सीएम ने कहा कि अगर कोई गाड़ी पकड़ी जाती है तो इतना तक मॉनीटर कर रहे कि सिर्फ ड्राइवर व खलासी को ही पकड़ लिया या और लोग भी पकड़े गए।