- हत्या के बाद दोनों लाशों को एक-दूसरे से सटाकर रखा

- दोनों की रायफल भी डेडबॉडी के पैरों के पास रखा

PATNA: मुकेश रजक को अपने दो साथियों की हत्या के आरोप में मंगलवार को जेल भेज दिया गया। हत्या करते किसी ने उसे नहीं देखा। कमरे में क्या-क्या हुआ किसी को कुछ पता नहीं, पुलिस के पास भी कोई आई विटनेस नहीं, पर जो साक्ष्य अबतक जुटाए गये हैं उसके मुताबिक मुकेश ने ही दोनों को मारा है। खून से सने हुए मुकेश के कपड़े भी पुलिस ने जब्त किए हैं और उसे जांच के लिए एफएसएल भेजा है। मुकेश अपनी ही शातिर चालों में फंस गया। उसने हवलदार रामविशुन यादव और सिपाही सदानंद कुमार की हत्या करने के बाद कमरे को ऐसे व्यवस्थित करने में लग गया, जैसे दोनों ने एक दूसरे का मार डाला हो, लेकिन उसमें वह चूक गया। उसने उस कमरे में लाशों को एक दूसरे से सटाकर रख दिया। यदि दोनों ने एक दूसरे को गोली मारी होती, तो इतने करीब नहीं गिरते।

नए बैच का कांस्टेबल है मुकेश

हवलदार रामविशुन की पीठ पर और सदानंद को सीने में गोली लगी थी। पुलिस का शक उस वक्त और पुख्ता हो गया, जब एफएलएल की टीम ने बताया कि फायर एक ही आ‌र्म्स से हुआ था। मुकेश जमुई का रहने वाला है और नये बैच का ही कांस्टेबल है। वह इलेक्शन में ही अपने घर गया था उस दौरान ही वह कुछ दिन छुट्टी पर रहा था। इधर भी छुट्टी के लिए कई बार कोशिश कर चुका था। गौरतलब है कि मंडे को विक्रम थाना के अंचल कार्यालय परिसर में ड्यूटी में तैनात मुकेश कुमार पर अपने ही दो साथियों को गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगा है।