- 25 प्रतिशत से अधिक है युवाओं के संक्रमित होने की दर

- एक्सपर्ट ने कहा, अभी शुरुआत और तेज होगा कोरोना संक्रमण

PATNA

कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा तेज है और इसके संक्रमण में युवाओं की संख्या बीते साल की तुलना में ज्यादा दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हाल के विश्लेषण में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि वर्तमान में होने वाले कुल जांच में जहां 60 और इससे अधिक उम्र के संक्रमितों का पॉजिटिविटी रेट 16.7 प्रतिशत है तो वहीं युवाओं में (20 से 29 वर्ष के एज ग्रुप में) यह 25.5 प्रतिशत है। ये आंकडे़ 15 मार्च से चार अप्रैल तक पटना के हैं। इस स्थिति के आगे और प्रभावी होने का अर्थ यह भी है कि कामकाजी आबादी पर कोरोना का वार तेज है। इसलिए बहुत सर्तकता और बचाव के उपायों को हर हाल में पालन करना अनिवार्य भी है। हालांकि डॉक्टर्स अभी इसे लेकर आगे और रिसर्च और विश्लेषण की बात कह रहे हैं लेकिन शुरुआती संकेत अलर्ट करने वाला है।

स्थिति पर रख है नजर

कोरोना के तेज संक्रमण और इसमें प्रभावित होने वाले एज ग्रुप और इससे जुडे़ लक्षणों का विश्लेषण शुरू हो गया है। एनएमसीएच के नोडल ऑफिसर डॉ अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अभी जो स्थिति है, वह बहुत ही सर्तकता बरतने वाला है। अभी इस नतीजे पर पहुंचने कि युवा कोरोना से अब ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं, और अध्ययन की मांग करता है। लेकिन इतना जरूर है कि युवाओं के नए संक्रमण के मामले भी शामिल है।

नए लक्षण भी दिख रहे

पटना एम्स के नोडल ऑफिसर डॉ संजीव कुमार ने बताया कि अब कोरोना के लक्षण में कुछ नए लक्षण भी जुड़ रहे है। यह लक्षण पहली लहर में वैसे नहीं थे। इसमें पेट खराब होना, भूख में कमी और आंखों में लाली आना प्रमुख है। उन्होंने बताया कि अभी का संक्रमण इतना तेज है कि यहां आने वाले कुल संक्रमितों में से 40 प्रतिशत युवा वर्ग से ही हैं।

आज मिलेगा नौ लाख वैक्सीन

बिहार को शुक्रवार को वैक्सीन की नौ लाख डोज मिलेंगी। इसके पहले प्रदेश को महज तीन दिन पहले आठ लाख वैक्सीन की डोज मिली थी। शुक्रवार को दोपहर डेढ़ बजे की फ्लाइट से वैक्सीन की खेप पटना पहुंच जाएगी। राज्य सरकार की डिमांड के बाद केंद्र सरकार ने साढ़े नौ लाख वैक्सीन उपलब्ध कराया गया है। प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि यह चुनौती का समय है और केंद्र तथा राज्य सरकार मिलकर समस्या से निजात पाने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि बिहार में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। तीन दिन पहले प्रदेश को आठ लाख टीके मिले थे। शुक्रवार नौ अप्रैल को और नौ लाख डोज मिल जाएंगी।

एक्टिव केस के मामले में बिहार 15वें स्थान पर

प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर बिहार एक्टिव केसेज वाले राज्यों में 15वें स्थान पर पहुंच गया है। बिहार की तस्वीर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि महाराष्ट्र में कोरोना के जहां 5.02 लाख एक्टिव केस हैं वहीं बिहार में आज भी एक्टिव केस करीब छह हजार हैं। महाराष्ट्र एक्टिव केस के मामले में जहां पहले नंबर पर है वहीं बिहार का स्थान 15 वां हैं।

रोज बढ़ रहे संक्रमण के केस

प्रदेश में होली के बाद से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सिर्फ अप्रैल माह में सात दिन में एक्टिव केस 1907 से बढ़कर 5925 हो गए हैं। सात दिन में तकरीबन पांच हजार नए संक्रमित मिल चुके हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग कोविड टेस्ट की संख्या लगातार बढ़ा रहा है।

बिहार में ऐसे बढे़ एक्टिव केस

01 अप्रैल - 1907

02 अप्रैल - 2363

03 अप्रैल - 2942

04 अप्रैल - 3560

05 अप्रैल - 4143

06 अप्रैल - 4954

07 अप्रैल - 5925

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यहां एडमिट केसेज में 40 प्रतिशत युवा हैं। कोरोना के एक्टिव केसेज बढ़ने के साथ ही इसके कुछ नए लक्षण भी दिख रहे हैं। कई संक्रमितों में आंख लाल दिख रहा है।

- डॉ संजीव कुमार नोडल ऑफिसर पटना एम्स