- दो दिनों से सौ से अधिक नए केस मिल रहे पटना में

- पूरे बिहार में कोरोना के एक्टिव केस का 43 परसेंट पटना में

PATNA: महज हफ्ते भर में पटना में कोरोना की फिर से खतरनाक एंट्री हो रही है। नए एक्टिव केस दोगुने हो गए हैं। जहां 23 मार्च को पटना में कोरोना के एक्टिव केसेज की संख्या 300 थी वह 29 मार्च को 643 तक पहुंच गया। यदि इसी स्पीड से नए संक्रमण बढ़ते रहे तो दो हफ्ते में यहां ढाई हजार से अधिक एक्टिव केस हो जाएंगे। डरने वाली बात यह भी है कि जैसे बीते वर्ष होली के बाद से कोरोना का ग्राफ तेजी से ऊपर चढ़ा वैसी ही स्थिति दोबारा सामने आ चुकी है। इसी तरह से प्रदेश स्तर पर भी केसेज डबल हो गए हैं। इसी अवधि में यह 623 था जो 29 मार्च को 1487 हो चुका है। सिर्फ यही नहीं, बीते दो दिनों पटना में प्रतिदिन नए केसेज की संख्या 100 से अधिक मिल रहे है। पूरे बिहार के कोरोना के नए मामले में अकेले 44 प्रतिशत पटना के मामले हैं।

अलर्ट नहीं आया काम

जहां प्रशासन की ओर से कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया गया था वहीं लोगों के बीच त्योहार मनाने का उल्लास सिर चढ़कर बोल रहा था। भले ही त्योहार को लेकर सामूहिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं करने की हिदायत थी, वहीं पटना में लोगों ने गली- मुहल्लों में हर जगह सामूहिक आयोजन किया। इस दौरान सोशल डिस्टिेंसिंग भी नहीं रही। अब एक बार फिर से कोरोना का डर घर कर रहा है।

अभी बढ़ा, पहले घट रहे थे

यदि इसी अवधि यानि 22 फरवरी से आगे एक हफ्ते के कोरोना के एक्टिव केसेज पर नजर डाले तो इसमें भारी कमी दिखती है। पटना में 22 फरवरी को एक्टिव केसेज की कुल संख्या 21 थी जो कि एक हफ्ते यानि एक मार्च को घटकर महज 09 रह गया। इसी प्रकार, प्रदेश पर यह पहले 560 था और एक मार्च को 369 हो गया। इससे यह प्रतीत होता है कि होली के पूर्व लोगों के अन्य राज्यों से आने के कारण यहां केसेज बढ़ चुके है।

अगले हफ्ते पर ज्यादा फोकस

एक्सपर्ट का मानना है कि अभी भी कोरोना उस तरीके से नहीं बढ़ा है जैसा कि अनुमान था। इस बारे में एनएमसीएच के नोडल ऑफिसर डॉ अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कोरोना की वास्तविक स्थिति आगे क्या होने वाला है, यह अगले एक हफ्ते की स्थिति ही निर्णायक होगा। क्योंकि इस दौरान यदि इसमें और तेजी आई तो इसका व्यापक असर दिख सकता है। इसलिए बहुत अलर्ट रहने का समय है।

संवेदनशील राज्य वाले कर रहे लापरवाही

पूरे देश में महाराष्ट्र, केरल, पंजाब आदि जैसे अधिक संक्रमण प्रभावित राज्यों से बड़ी संख्या में लोग होली के दौरान पटना आए। लेकिन राज्य स्तर पर गाइडलाइन के बावजूद यहां इन राज्यों से आने वाले सभी लोगों ने निगेटिव रिपोर्ट के साथ ट्रैवल नहीं किया। यह स्थिति एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर भी रही। इस बात की पुष्टि सिविल सर्जन कार्यालय से भी की गई। सिविल सर्जन पटना डॉ विभा कुमारी ने बताया कि इन राज्यों से आने वाले सभी कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के साथ नहीं आए हैं। जहां एयरपोर्ट पर ऐसे लोगों की सिंगल एक्जिट के कारण जांच हो रही है, लेकिन रेलवे स्टेशन पर नहीं।

न्यू वेब जैसी कोई बात नहीं है। नए एक्टिव केसेज के मामले में केवल लापरवाही ही है। इसलिए अभी भी केवल सतर्कता की सबसे ज्यादा जरूरत है। ताकि इसके संक्रमण को स्थिर रखा जा सके।

- डॉ अजय सिन्हा, नोडल अफसर, एनएमसीएच