पटना (ब्यूरो)। देश के विभिन्न राज्यों में 5 जनवरी से रणजी ट्रॉफी के मुकाबले शुरू हो गए है। झारखंड राज्य बनने के बाद बिहार को पहली बार रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप में इंट्री मिली है। बिहार अपना पहला मुकाबला मुंबई के खिलाफ पटना के मोइनुल ह​क स्टेडियम में 27 साल के बाद एलीट ग्रुप का मैच खेलने उतरी.ऐसे में इस मुकाबले को लेकर फैंस में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को खेले गए मैच के दौरान करीब 5 से आठ हजार लोग मोइनुल हक स्टेडियम मैच देखने पहुंच गए। हालांकि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने लोगों से अपील की थी कि वे मैच देखने के लिए अपने​ रिस्क पर आए क्योंकि स्टेडियम की हालत काफी जर्जर है। इसके चलते स्टेडियम के चारों तरफ डेजर जोने के छोटे—छोटे पोस्टर भी गलाए गए थे। फिर भी फैंस का उत्साह देखते बन रहा था।
पवेलियन हो गया फुल
कुछ देर के लिए तो आलम यह रहा कि पवेलियन में फैंस के बैठने के लिए जगह नजर नहीं आ रही थी। बैठने के लिए बनी गैलरी काफी जर्जर हो चुकी है ऐसे में भारी दवाब को देखते हुए बीसीए के लोगों ने सुरक्षाकर्मियों के माध्यम से लोगों से पुन: गैलरी से उतरकर मैच देखने की अपील कर हटाया। इतना ही नहीं इसके अलावा फैंस को स्कोर का भी पता नहीं चल पा रहा था क्योंकि पूरे स्टेडियम में केवल एक छोटा सा स्कोर बोर्ड लगाया गया था।
फैंस व्यवस्था से दिखे नाराज
स्टेडियम की व्यवस्था को लेकर फैंस पूरी तरह व्यवस्था से नाराज थे। फैन्स का कहना था कि सरकार को यहां पर स्टेडियम को अच्छे से बनाना चाहिए। फैंन्स ने कहा कि​ इस स्टेडियम को जीर्णोद्धार की जरूरत है क्योंकि बिहार के कई खिलाड़ी देश स्तर पर नाम रोशन कर रहे हैं, लेकिन अगर मैदान व स्टेडियम की हालत जर्जर रही तो आखिर बिहार के प्रतिमा से कैसे लोग रुबरु होंगे।

शिवम दूबे का विकेट गिरने पर खुशी और गम दोनों
मुंबई की ओर से खेल रहे शिवम दूबे को जब हिमांशु सिंह ने पगबाधा आउट किया तो दर्शक खुश भी हुए और उदास भी। खुशी की बात यह थी बड़ा स्कोर करने वाला एक पवेलियन लौटा और गम इस बात का उसकी बिस्फोटक बल्लेबाजी नहीं देख पायेंगे।

बिहार टीम की जम कर हुई हौसला अफजाई
मैच देखने वालों में हर जिलों के लोग शामिल थे। बिहार टीम में विभिन्न जिलों से खेल रहे प्लेयरों का मैच देखने और उनकी हौसला अफजाई के लिए न केवल वहां के क्रिकेट संघ के पदाधिकारी गण बल्कि आम क्रिकेट प्रेमी भी मौजूद थे। दर्शक दीर्घा की ओर से उनका नाम लेकर उनकी हौसला अफजाई की जा रही थी।